नई दिल्ली: केंद्र सरकार से किसान प्रतिनिधियों की बातचीत से ठीक पहले पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की। इस मुलाकात के बाद मीडिया से बातचीत में कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि किसानों के आंदोलन का जल्द हल निकलना चाहिए क्योंकि इससे पंजाब की अर्थव्यवस्था तो प्रभावित हो ही रही है साथ ही देश की सुरक्षा पर भी असर पड़ रहा है।
पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह किसानों की सरकार के साथ बैठक शुरू होने से ठीक पहले केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मिलने उनके घर पहुंचे । दोनों नेताओं के बीच आधे घंटे से भी कम की बातचीत हुई। इसके बाद कैप्टन अमरिंदर ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि हम चाहते हैं कि किसानों के इस आंदोलन का जल्द हल निकलना चाहिए। उन्होंने कहा कि इस आंदोलन की वजह से पंजाब की पूरी अर्थव्यवस्था के साथ ही देश की सुरक्षा पर भी असर पड़ रहा है।
सिंह ने शाह से उनके आवास पर बैठक के बाद कहा कि जल्द से जल्द आम सहमति पर पहुंचना चाहिए और दोनों पक्षों को मामले पर अड़ियल रवैया नहीं अपनाना चाहिए। केन्द्र सरकार और प्रदर्शन कर रहे किसानों के बीच मध्यस्थ की भूमिका निभाने के सवाल पर सिंह ने कहा कि दोनों पक्षों के बीच बातचीत जारी है। उन्होंने कहा, ‘‘ उन्हें इसका हल निकालना है, हमने पंजाब का रुख स्पष्ट कर दिया है।’’
सूत्रों ने बताया कि बैठक ऐसे समय पर हो रही है, जब प्रदर्शन कर रहे किसान नेता विज्ञान भवन में सरकार के साथ बैठक कर रहे हैं। सूत्रों के अनुसार बैठक सुबह होनी थी लेकिन दो घंटे विलंब के कारण यह दोपहर में शुरू हुई। पंजाब के मुख्यमंत्री और उनकी कांग्रेस पार्टी किसान आंदोलन का समर्थन कर रही है और पंजाब विधानसभा ने केन्द्र के नए कृषि कानूनों को निष्प्रभावी बनाने के लिए विधेयक भी पारित किये हैं। सिंह ने पहले कहा था कि वह और उनकी सरकार सभी के सामूहिक हित में केंद्र और किसानों के बीच मध्यस्थता के लिए तैयार हैं। प्रदर्शनकारी किसान राष्ट्रीय राजधानी से लगी सीमाओं पर डटे हैं और सरकार से नये कृषि कानून वापस लेने की मांग कर रहे हैं। उनमें से ज्यादातर किसान पंजाब से हैं।