नई दिल्ली: वित्त मंत्री अरुण जेटली ने शराब कारोबारी और बैंकों का पैसा लेकर विदेश भागे विजय माल्या के उस बयान को गलत बताया है कि 2014 में उनकी बैंकों के बकाए कर्ज के सेटलमेंट को लेकर कोई बात हुई थी। वित्त मंत्री अरुण जेटली ने विजय माल्या के बयान को झूठा और गलत बताया है। उन्होंने कहा कि वे राज्यसभा के सांसद थे और इसका फायदा उठाते हुए उन्होंने संसद के गलियारे में मुझसे बात करने की कोशिश की लेकिन मैंने उन्हें मुलाकात करने का मौका नहीं दिया।
जेटली ने कहा कि मुझसे मुलाकात और सेटलमेंट की बात की बिल्कुल गलत है। जेटली ने कहा कि माल्या राज्यसभा सांसद थे और कभी-कभी संसद में आते थे। सदन की कार्रवाई के बाद एक बार मैं अपने कमरे की तरफ जा रह था। वह दौड़ते-दौड़ते मेरी तरफ आए थे। इस दौरान उन्होंने कहा था, 'मैं सेटलमेंट के लिए एक ऑफर तैयार कर रहा हूं। मैंने कहा कि जो भी कहना है बैंकर्स से कहिए और बैंक से बात कीजिए इतना कहकर मैं आगे निकल गया।'
अरुण जेटली ने कहा कि मैं उनको स्तब्ध करके आगे निकल गया इसके अलावा कोई बात नहीं हुई। वहीं माल्या के बयान के बाद कांग्रेस की तरफ से हमला बोले जाने पर जेटली ने कहा कि कांग्रेस ने झूठनीति को राजनीति का अंग बनाया है.. भ्रष्टाचार उनका इतिहास रहा है।