नई दिल्ली: पूरी दुनिया कोरोना वायरस की वैक्सीन का इंतजार कर रही है। हर शख्स कोरोना वैक्सीन को लेकर बड़े ही आशावादी तरीके से आगे की ओर देख रहा है। दुनिया की बड़ी-बड़ी दवा बनाने वाली कंपनियां टीका खोज रही हैं। अच्छी खबर यह है कि जल्द ही वैक्सीन के तैयार होने की उम्मीद है, क्योंकि कई वैक्सीन कैंडिडेट्स का फेज तीन का ट्रायल चल रहा है और जल्द ही वह पूरा हो जाएगा। इसके सफल होने पर वैक्सीन लोगों के लिए उपलब्ध हो जाएगी।
यहां चिंता का विषय यह है कि कोरोना वायरस वैक्सीन के आने से पहले इस गंभीर समय में कुछ अफवाहें फैल रही हैं, जिनमें तरह-तरह के दावे किए जा रहे हैं। इन दिनों फैली एक अफवाह में दावा किया जा रहा है कि COVID-19 के कारण पैदा हुए हालातों के बीच जो ऑनलाइन शिक्षा चलन में आई है, उसके मद्देनजर केंद्र सरकार छात्रों को फ्री में लैपटॉप दे रही है। लेकिन, यह दावा गलत है। इस दावे का कोई आधार नहीं है। PIB की फैक्ट चेक विंग ने इसपर एक फैक्ट चेक किया है।
PIB की फैक्ट चेक विंग ने दावे को गलत बताया है। उसने अपने ट्विटर हैंडल @PIBFactCheck से ट्वीट किया, "दावा:- एक WhatsApp मैसेज में यह दावा किया जा रहा है कि ऑनलाइन शिक्षा को ध्यान में रखते हुए सरकार छात्रों को मुफ्त लैपटॉप प्रदान कर रही है।........#PIBFactCheck:- यह दावा फ़र्ज़ी है। केंद्र सरकार ने ऐसी कोई घोषणा नहीं की है। ऐसे किसी फ़र्ज़ी लिंक या वेबसाइट पर निजी जानकारी साझा न करें।"