नई दिल्ली। चोरी और अन्य आपराधिक आरोपों के आधार पर सेना से 2016 में बर्खास्त किए गए 38 वर्षीय एक व्यक्ति को कथित तौर पर दूसरों के कार्ड इस्तेमाल कर एटीएम से पैसा निकालने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने शनिवार को यह जानकारी दी।
पुलिस ने बताया कि यह व्यक्ति ऐसे ग्राहकों के कार्ड बदलता था जो एटीएम का इस्तेमाल करना नहीं जानते थे। उन्होंने बताया कि आरोपी राजेंद्र सिंह मीणा के पास से कुल 32 एटीएम कार्ड और 30,000 रुपये नकद मिले हैं। वह राजस्थान के सीकर का निवासी है। वह पूर्व में 16 मामलों में शामिल रहा है।
बिहार के एक निवासी नीरज कुमार ने एक शिकायत दर्ज कराई कि वह अपने दोस्त के साथ महिपालपुर में एक होटल में रह रहा था। उन्होंने बताया कि 23 अगस्त को सुबह करीब साढ़े 11 बजे वह महिपालपुर के एक एटीएम से पैसा निकालने गया था लेकिन कुछ तकनीकी खराबी के चलते ट्रांजेक्शन पूरा नहीं हुआ।
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि कुमार के पीछे खड़े एक व्यक्ति ने उससे कहा कि एटीएम धीरे काम कर रहा है और पैसा निकालने में मदद करने के नाम पर उसका कार्ड ले लिया। इस बीच उसने कुमार के कार्ड को दूसरे कार्ड से बदल दिया। उन्होंने बताया कि कुछ देर बाद उसके मोबाइल पर 30,000 रुपये निकाले जाने का एक संदेश आया।
पुलिस उपायुक्त (दक्षिण पश्चिम) देवेंद्र आर्य ने कहा कि एटीएम कियोस्क पर कुमार ने व्यक्ति की पहचान की जिसके बाद आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया। जांच में सामने आया कि मीणा कुछ उपकरण के जरिए एटीएम मशीन हैक किया करता था। मीणा ने 18 साल तक सेना में सेवा दी थी। उसे चोरी और अन्य आपराधिक आरोपों के आधार पर 2016 में बर्खास्त कर दिया गया था। पुलिस ने बताया कि मीणा को उसके गांव में ‘रॉबिनहुड’ कहा जाता था क्योंकि वह धोखाधड़ी से कमाए पैसे उनमें बांटता था। वह पंचायत चुनाव लड़ने की भी तैयारी कर रहा था।