गुरुग्राम के रायन स्कूल में प्रद्मुम्न मर्डर केस में एसआईटी की रिपोर्ट में रायन स्कूल की सुरक्षा में गंभीर कमियां पाए जाने के बाद इंडिया टीवी की टीम ने जब वारदात स्थल की पड़ताल की तो कई कमियां पाई। इंडिया टीवी की तहक़ीक़ात में जो सामने आया, वो काफ़ी चौंकानेवाला है। प्रद्युम्न के मर्डर वाला बाथरूम, उसकी खिड़कियां, दरवाज़े, बाथरूम के बाहर की दीवारें, कॉरिडोर और क्लासरूम बयां कर रहे थे कि स्कूल के टॉयलेट के खूनी राज़ का अभी भी खुलासा बाक़ी है।
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इंडिया टीवी की ऑन द स्पॉट पड़ताल बताती है कि प्रद्युम्न के क्लासरूम से ख़ूनी बाथरूम के बीच 10 कदम की दूरी पर ऐसा काफ़ी कुछ हुआ, जिससे स्कूल मैनेजमेंट की जानलेवा लापरवाही साफ़-साफ़ ज़ाहिर हुई। प्रद्युम्न के क्लासरूम और बाथरूम की दूरी सिर्फ़ 10 कदम थी। क्या ये मुमकिन है कि किसी का गला रेता जा रहा हो, वो चीखे न। इंडिया टीवी के रिपोर्टर ने जब वारदात स्थल का मुआयना किया तो पाया कि बाथरूम की खिड़कियों के ग्रील टूटे हुए थे। खिड़कियों से कोई भी बड़ी आसानी से बाथरूम में दाखिल हो सकता है। बाथरूम के पिछला हिस्सा खुला हुआ था जहां कोई भी आसानी से प्रवेश कर सकता है। स्कूल से जुड़ी सुरक्षा के सभी मानक ताक पर रखे गए जबकि स्कूल प्रबंधन की तरफ से लगातार सुरक्षा के दावे किए जा रहे थे।
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प्रद्युम्न के मर्डर के बाद स्कूल मैनेजमेंट की तरफ़ से कहा गया कि कंडक्टर अशोक स्कूल बस के टूल बॉक्स में चाकू छिपाकर लाया था और उसने उसी चाकू से प्रद्युम्न का गला रेतकर मर्डर कर दिया। सवाल है कि क्या बस कंडक्टर अपराधी था और क्या वो मर्डर का प्लान कर स्कूल में आया था। अगर कंडक्टर अशोक चाहता तो गला दबाकर भी प्रद्युम्न का मर्डर कर सकता था, फिर उसे चाकू की ज़रुरत क्यों पड़ी। इन सवालों की पड़ताल इंडिया टीवी ने रायन स्कूल की बसों में की तो किसी बस में चाकू नहीं मिली