नई दिल्ली: राम रहीम के जेल जाने के बाद अब उस कुकर्मों की एक से बढ़कर एक चौंकानेवाली खबरें सामने आ रही हैं।छह साल पहले दामाद ने इंडिया टीवी पर बताया था कि राम रहीम ने जिसे बेटी बनाकर गोद लिया उसी के साथ अवैध संबंध रखा। पति के साथ राम रहीम की बेटी कभी बीवी बनकर नहीं रही। वो बाबा के साथ जहां भी जाती राम रहीम के निजी कमरे में ही रुकती। राम रहीम के पूर्व दामाद ने अपनी पत्नी को बाबा के साथ आपत्तिजनक हालत में देखा। साल 2011, ये वो दौर था जब बाबा गुरमीत राम रहीम की तूती बोलती थी। बड़ी-बड़ी शख्सियत उसके सामने सिर झुकाती थी। उसके खिलाफ एक लफ्ज बोलने की मजाल किसी की नहीं थी। उसी दौरान विश्वास गुप्ता ने बाबा की अय्याशी की गुफा, हरम और कैरेक्टर को लेकर वो खुलासे किए थे जिसे सुनकर पैरों तले जमीन खिसक जाएगी। ये भी पढ़ें: EXCLUSIVE: गुरमीत राम रहीम के कुकर्मों की कहानी, उसके राजदार की जुबानी
विश्वास गुप्ता ने खुलासा किया था कि बाबा राम रहीम हर किसी पर गलत नज़र रखता था। यहां तक कि राम रहीम पर अपनी मुंहबोली बेटी हनीप्रीत से अवैध सबंध रखने का इल्जाम भी लगाया। वही हनीप्रीत जो विश्वास गुप्ता की बीवी बताई जाती है। हनीप्रीत के पति विश्वास ने ये सनसनीखेज इल्जाम साल 2011 में इंडिया टीवी के कैमरे पर लगाया था। उसने कहा था कि बाबा और उसकी बीवी के बीच अवैध रिश्ते हैं और ये अपनी आंखों से दोनों को गुफा के अंदर आपत्तिजनक हालात में देख चुके हैं। उसके बाद ये राम रहीम इनका दुश्मन बन गया, धमकियां देने लगा।
विश्वास ने दावा किया था कि हनीप्रीत को लेकर बाबा की नीयत पहले से ही खराब थी। इसी वजह से राम रहीम ने विश्वास के साथ उसकी शादी कराई थी। दुनिया को दिखाने के लिए हनीप्रीत को गोद लिया और फिर पाप करने लगा। विश्वास के मुताबिक दोनों के रिश्ते की हकीकत इन्होंने अपनी आंखों से देखी थी। आरोप ये भी है कि हनीप्रीत को बेटी और इसे दामाद बनाना राम रहीम का साजिश का हिस्सा था क्योंकि इसके बाद राम रहीम जहां भी जाता दोनों को अपने साथ ले जाता। विश्वास का कमरा राम रहीम के बगल में होता जबकि हनीप्रीत राम रहीम के कमरे में उसी के साथ रुकती थी।
बलात्कारी बाबा के बारे में ये सारी घिनौनी हकीकत 6 साल पहले ही इंडिया टीवी पूरे देश को दिखा चुका है। विश्वास गुप्ता के मुताबिक जब बात हद से गुजर गई हनीप्रीत बाबा के पास ही रहने लगी तो इन्होंने कई बार सवाल किया, विरोध किया लेकिन राम रहीम ने कोई जवाब नहीं दिया। उल्टा धमकियों का सिलसिला तेज हो गया। राम रहीम और गुंडे इस कदर पीछे पड़े कि ये परिवार समेत डेरा छोड़कर पंचकुला शिफ्ट हो गए लेकिन वहां भी बाबा के गुर्गे चौबीसों घंटे इस पर नज़र रखते थे।
विश्वास को जैसे ही अहसास हुआ कि उसका पीछा किया जा रहा है उसने पुलिस को खबर दी। इसके बाद पुलिस ने सात लोगों को हिरासत में लिया। विश्वास और उसके परिवार को सुरक्षा भी दी गई लेकिन बाबा के रसूख के आगे सिर्फ सवा महीने बाद सुरक्षा वापस ले ली गई। 6 साल पहले विश्वास ने जो खुलासा किया था वो अपने आप में चौंकाने वाला था। अपनी जान की परवाह किए बगैर बाबा के खिलाफ मोर्चा खोलने वाले विश्वास का मकसद था कि इनकी बीवी की तरह कोई और लड़की राम रहीम के चंगुल में न फंसे।