शिमला: हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह दो महीने में दूसरी बार कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए हैं। इससे पहले कांग्रेस के वरिष्ठ नेता की जांच में 12 अप्रैल को संक्रमण की पुष्टि हुई थी। विशेष सचिव (स्वास्थ्य) निपुण जिंदल ने कहा कि सिंह का शिमला स्थित इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज में उपचार चल रहा है और उनकी हालत स्थिर है। सिंह नौ बार विधायक और पांच बार सांसद रह चुके हैं तथा वह छह बार हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री रह चुके हैं। वर्तमान में वह सोलन जिले के अरकी से विधायक हैं।
पहली बार कोरोना संक्रमण की चपेट में आने के बाद उन्हें चंडीगढ़ स्थित एक अस्पताल में भर्ती किया गया था। कोविड-19 से ठीक होने के बाद वह यहां हॉली लॉज में 30 अप्रैल को घर वापस आ गए थे। हालांकि, घर पहुंचने के कुछ घंटों बाद ही सांस लेने में तकलीफ की शिकायत के चलते उन्हें आईजीएमसी में भर्ती किया गया था और तब से उनका उपचार चल रहा है।
इस बीच प्रदेश में कुछ और ढील के साथ कोविड कर्फ्यू को अगले आदेश तक बढ़ा दिया गया है। एक आधिकारिक प्रवक्ता ने कहा कि 14 जून से राज्य के भीतर बसें 50 प्रतिशत क्षमता के साथ चलेंगी और दुकानें सुबह नौ बजे से शाम पांच बजे तक खुली रहेंगी। पहले दुकानों को सुबह नौ बजे से दोपहर दो बजे तक खोलने की अनुमति थी। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की अध्यक्षता में शुक्रवार को हुई कैबिनेट की बैठक में कर्फ्यू बढ़ाने का फैसला किया गया।
प्रवक्ता ने कहा कि अगले आदेश तक राज्य में शाम पांच बजे से सुबह पांच बजे तक कर्फ्यू जारी रहेगा। आवश्यक वस्तुओं की दुकानों को छोड़कर अन्य दुकानें शनिवार और रविवार को बंद रहेंगी। प्रवक्ता ने बताया कि यह भी निर्णय लिया गया कि सोमवार से कार्यालय 50 प्रतिशत कर्मचारियों के साथ काम करेंगे। सभी मेडिकल कॉलेज, आयुर्वेदिक कॉलेज और डेंटल कॉलेज 23 जून से खुल जाएंगे। फार्मेसी और नर्सिंग स्कूल 28 जून से खुलेंगे। प्रवक्ता ने कहा कि अब राज्य में प्रवेश के लिए आरटी-पीसीआर नकारात्मक रिपोर्ट की जरूरत नहीं होगी।
ये भी पढ़ें
- तीन सौ से अधिक लोगों का अंतिम संस्कार करने वाला व्यक्ति कोरोना से जंग हारा
- कोरोना ने बरपाया कहर, अब तक जान गंवा चुके हैं 740 से ज्यादा डॉक्टर्स
- कोरोना मरीज के जाने के बाद 2 से 3 घंटे बाद तक भी हवा में रहता है वायरस, तीन सेंट्रल लैब ने चेताया
- सिलेब्रिटी, नेता कैसे खरीद रहे कोविड-19 रोधी दवाएं, बॉम्बे हाईकोर्ट ने महाराष्ट्र सरकार को फटकारा