Monday, December 23, 2024
Advertisement
  1. Hindi News
  2. भारत
  3. राष्ट्रीय
  4. 'अगले 5 साल में हरेक भारतीय के पास होगा स्मार्टफोन'

'अगले 5 साल में हरेक भारतीय के पास होगा स्मार्टफोन'

अगले पांच सालों में हरेक भारतीय के पास स्मार्टफोन होगा। नीति आयोग के मुख्य कार्यकारी अमिताभ कांत ने बुधवार को यह बातें कही। इंटरनेट एंड मोबाइल एसोसिएशन ऑफ इंडिया (आईएएमएआई) द्वारा आयोजित इंडिया डिजिटल समिट में कांत ने कहा

Edited by: IndiaTV Hindi Desk
Published : January 17, 2018 19:05 IST
smartphone
smartphone

नई दिल्ली: अगले पांच सालों में हरेक भारतीय के पास स्मार्टफोन होगा। नीति आयोग के मुख्य कार्यकारी अमिताभ कांत ने बुधवार को यह बातें कही। इंटरनेट एंड मोबाइल एसोसिएशन ऑफ इंडिया (आईएएमएआई) द्वारा आयोजित इंडिया डिजिटल समिट में कांत ने कहा कि देश में करीब 40 लाख स्मार्टफोन यूजर्स हैं। उन्होंने कहा कि यह देश में प्रौद्योगिकी में भारी बदलाव का दौर है। 

उन्होंने कहा, "अभी भी 85 फीसदी डिवाइसें कनेक्टेड नहीं है। इसलिए इंटरनेट ऑफ थिंग्स (आईओटी) में वृहद अवसर है। यह अवसर साल 2025 तक 70 अरब डॉलर के रेंज में होगी।" उनके मुताबिक, कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) में अकेले 32 अरब डॉलर के अवसर पैदा करने की क्षमता है। उन्होंने कहा, "उन्नत रोबोटिक्स पहले से ही 25 फीसदी नौकरियों का प्रबंधन कर रहे हैं। यह आनेवाले सालों में बढ़कर 45 फीसदी हो जाएगी।"

कांत ने कहा, "भारत पहले ही मासिक आधार पर दुनिया में सबसे अधिक सक्रिय इंटरनेट यूजर्स का देश है। अगले दस सालों में डिजिटल लेनदेन बढ़कर 1,00,000 करोड़ डॉलर तक पहुंच जाएगी।"उन्होंने कहा कि फिनटेक क्षेत्र में करीब 600 स्टार्ट अप हैं, जिनके पास साल 2020 तक 14 अरब डॉलर मूल्य के अवसर उपलब्ध होंगे। कांत ने कहा, "जहां तक स्टार्टअप का सवाल है, 'मेक इन इंडिया' ने वित्तीय पारिस्थितिकी तंत्र में एक आदर्श बदलाव लाया है। अभी 4,000 स्टार्टअप्स हैं, जिनकी संख्या साल 2020 तक बढ़कर 12,000 हो जाएगी।"कांत ने कहा कि देश की वर्तमान चुनौतियों में सुरक्षित पीने का पानी, अवसंरचनाओं और फ्लाईओवरों का निर्माण शामिल है। इन सबमें निवेश और अन्वेषण का अनूठा अवसर है।

Latest India News

India TV पर हिंदी में ब्रेकिंग न्यूज़ Hindi News देश-विदेश की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट और स्‍पेशल स्‍टोरी पढ़ें और अपने आप को रखें अप-टू-डेट। National News in Hindi के लिए क्लिक करें भारत सेक्‍शन

Advertisement
Advertisement
Advertisement