इंदौर: मध्य प्रदेश के इंदौर में एक अधिकारी के घर पड़े छापे में करोड़ों रुपये की संपत्ति का खुलासा हुआ है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, राज्य आर्थिक अपराध अनुसंधान ब्यूरो (EOW) ने बेनामी संपत्ति जुटाने की शिकायत मिलने पर इंदौर में स्वच्छ भारत अभियान के प्रभारी और नगर निगम के सहायक मंत्री अभय सिंह राठौर के यहां छापा मारा था। गुरुवार सुबह अभय के यहां पड़े छापे में लगभग 20 करोड़ रुपये की बेनामी संपत्ति मिली, जबकि 23 साल की सर्विस में उसकी कुल कमाई 60 लाख रुपये होनी चाहिए थी।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, EOW की टीम को अभय की जिन संपत्तियों के बारे में जानकारी मिली उनमें गुलाबबाग में आलीशान बंगला, तीन मंजिला हॉस्टल और दुकानें, भाई के नाम प्लॉट, स्कीम 78 के तहत 2 मकान एक प्लॉट, बजरंग नगर में एक मकान, 36 बीमा पॉलिसी में निवेश, 3 कार, 2 टू व्हीलर, 20 लाख रुपये नकद, 2 किलो सोना, अलग-अलग बैंकों में लाखों रुपये शामिल हैं। EOW की टीम ने अभय के गुलाब बाग कॉलोनी स्थित मकान के साथ-साथ उसके भाई संतोष, जीजा राकेश सिंह, भांजे अमित के घरों पर भी कार्रवाई की।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, अभय सिंह और IDA में टाइमकीपर उसके भाई संतोष सिंह को भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत आरोपी बनाया है। वहीं, अभय की बहन, साले की पत्नी और जीजा को भी भ्रष्टाचार में सहयोग देने के लिए धारा 120-बी के तहत आरोपी बनाया गया है। बताया जा रहा है कि स्वच्छ भारत अभियान में तैनाती के दौरान अभय सिंह ने सरकारी खजाने पर जमकर हाथ साफ किया था। 1995 से नगर निगम की नौकरी कर रहे अभय सिंह ने विभिन्न विभागों में अलग-अलग समय पर अपनी पोस्टिंग कराई थी।