नयी दिल्ली। जम्मू-कश्मीर से विशेष राज्य का दर्जा वापस लेने के बाद भारत में अमेरिका के राजदूत केनेथ आई जस्टर समेत 16 देशों के राजनयिक मौजूदा स्थिति का मुआयना करने गुरुवार को श्रीनगर पहुंचे। अधिकारियों ने बताया कि दिल्ली में रहने वाले ये राजनयिक विशेष विमान में श्रीनगर के तकनीकी हवाई-अड्डे पहुंचे, जहां नवगठित केंद्र शाषित प्रदेश के शीर्ष अधिकारियों ने उनका स्वागत किया। वे आज दिन में नवगठित केन्द्र शासित प्रदेश की शीतकालीन राजधानी जम्मू जाएंगे और रात में वहीं ठहरेंगे।
ये राजनयिक कश्मीर मुद्दें पर पाकिस्तान के दुष्प्रचार को गलत साबित करने की सरकार की कूटनीति का यह हिस्सा हैं। वे उपराज्यपाल जी.सी.मुर्मू और नागरिक समूह के सदस्यों के साथ मुलाकात भी करेंगे। राजनयिकों के इस प्रतिनिधिमंडल में अमेरिका के अलावा बांग्लादेश, वियतनाम, नोर्वे,मालद्वीप, दक्षिण कोरिया, मोरक्को और नाइजीरिया के राजनयिक भी शामिल हैं।
अधिकारियों ने बुधवार को बताया था कि ब्राजील के राजनयिक आंद्रे ए कोरिये डो लागो को भी जम्मू-कश्मीर आना था लेकिन पूर्वव्यस्तता के कारण उन्होंने मना कर दिया। यूरोपीय संघ के देशों ने भारत को अवगत करा दिया है कि वे जम्मू कश्मीर का दौरा किसी और दिन करेंगे। ऐसा माना जा रहा है कि यूरोपीय संघ के देशों के प्रतिनिधियों ने फारूक अब्दुल्ला, उमर अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती से मुलाकात करने की इच्छा जताई है।
ईयू बाद में करेगा दौरा
यूरोपियन देशों के राजनयिक जम्मू कश्मीर बाद में जाएंगे। यूरोपीय राजदूत ग्रुप में राज्य का दौरा करना चाहते हैं। सूत्रों के मुताबिक सरकार ने कहा बंदिशों के कारण मांग मांगना संभव नहीं है। अधिकारियों ने जानकारी दी कि यूरोपीय संघ के देशों ने भारत को अवगत करा दिया है कि वे जम्मू कश्मीर का दौरा किसी और दिन करेंगे। ऐसा माना जा रहा है कि यूरोपीय संघ के देशों के प्रतिनिधियों ने फारूक अब्दुल्ला, उमर अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती से मुलाकात करने की इच्छा जताई है।