नई दिल्ली। देश में कोरोना की दूसरी लहर के बीच बढ़ती ऑक्सीजन मांग को लेकर खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मोर्चा संभाल लिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश में ऑक्सीजन की उपलब्धता और इसकी आपूर्ति को लेकर गुरुवार को एक उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक की और इस दौरान ऑक्सीजन की उपलब्धता बढ़ाए जाने के रास्तों और विकल्पों पर चर्चा की। अधिकारियों ने बैठक में ऑक्सीजन की आपूर्ति में सुधार के लिए उठाए गए कदमों से प्रधानमंत्री को अवगत कराया जबकि प्रधानमंत्री ने उत्पादन बढ़ाए जाने और वितरण में तेजी लाने पर जोर दिया। पीएम मोदी ने अस्पतालों में ऑक्सीजन की आपूर्ति के लिए नवोन्मेषी तरीकों का उपयोग करने का आह्वान किया। राज्यों को सुचारू व अबाधित तरीके से ऑक्सीजन की आपूर्ति सुनिश्चित की जाए; व्यवधान होने के मामलों में स्थानीय प्रशासन के साथ जवाबदेही तय की जाए।
ऑक्सीजन की सप्लाई में तेजी लाई जाए
प्रधानमंत्री मोदी ने ऑक्सीजन की आपूर्ति और उपलब्धता को लेकर आयोजित समीक्षा बैठक में कहा कि राज्य सरकारों को ऑक्सीजन की जमाखोरी पर सख्त कार्रवाई करनी चाहिए। साथ ही पीएम मोदी ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि ऑक्सीजन की सप्लाई में तेजी लाई जाए। बैठक में पीएम मोदी ने कई पहलुओं पर तेजी से काम करने की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने ऑक्सीजन का उत्पादन बढ़ाना, सप्लाई की गति बढ़ाना और स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए ऑक्सीजन देने के लिए नए तरीकों का उपयोग करने पर जोर दिया।
अधिकारियों ने ऑक्सीजन आपूर्ति को लेकर क्या किया जा रहा इसकी जानकारी पीएम को दी
प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) से जारी एक बयान के मुताबिक इस बैठक में प्रधानमंत्री ने ऑक्सीजन का उत्पादन बढ़ाने, उसके वितरण की गति तेज करने और स्वास्थ्य सुविधाओं तक उसकी पहुंच सुनिश्चित करने के लिए तेज गति से काम करने की आवश्यकता पर बल दिया। इस दौरान अधिकारियों ने पिछले कुछ सप्ताहों में ऑक्सीजन की आपूर्ति बेहतर करने की दिशा में उठाए गए कदमों से प्रधानमंत्री को अवगत कराया। बयान के मुताबिक प्रधानमंत्री को बताया गया कि राज्यों की ऑक्सीजन की मांग और उसके अनुसार उसकी पर्याप्त आपूर्ति के लिए सभी राज्य सरकारों के साथ सहयोग किया जा रहा है।
प्रधानमंत्री को यह भी बताया गया कि कैसे राज्यों की ऑक्सीजन की मांग तेजी से बढ़ रही है। बयान के मुताबिक 20 राज्यों की ओर से प्रतिदिन 6785 मीट्रिक टन तरल चिकित्सीय ऑक्सीजन की वर्तमान मांग के मुकाबले 21 अप्रैल से उन्हें 6822 मीट्रिक टन प्रतिदिन आवंटित की जा रही है। बैठक के दौरान बताया गया कि पिछले कुछ दिनों में तरल चिकित्सीय ऑक्सीजन की उपलब्धता 3300 मीट्रिक टन प्रतिदिन बढ़ी है। इसमें निजी और सरकारी इस्पात संयंत्रों, उद्योगों, ऑक्सीजन उत्पादकर्ताओं का योगदान शामिल है। गैर-आवश्यक उद्योगों की ऑक्सीजन आपूर्ति पर रोक लगाकर भी ऑक्सीजन की उपलब्धता बढ़ाई गई है।
जमाखोरी करने वालों के खिलाफ राज्य कठोर कार्रवाई करें
प्रधानमंत्री ने राज्यों को निर्बाध और बगैर किसी परेशानी के ऑक्सीजन की आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश भी दिए। प्रधानमंत्री ने सख्त लहजे में ऑक्सीजन की जमाखोरी करने वालों के खिलाफ राज्यों को कठोर कार्रवाई करने को भी कहा है। बैठक में कैबिनेट सचिव, प्रधानमंत्री के प्रमुख सचिव, गृह सचिव, स्वास्थ्य सहित अन्य मंत्रालयों और विभागों तथा नीति आयोग के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।