श्रीनगर। उत्तरी कश्मीर के बरामुला जिले के सोपोर कस्बे के रेबान इलाके में रविवार की सुबह आतंकवादियों और सुरक्षा बलों के बीच शुरू हुई मुठभेड़ दोपहर बाद खत्म हो गई। कश्मीर के पुलिस महानिरीक्षक विजय कुमार ने बताया कि मुठभेड़ स्थल से मलबा हटाया जा रहा है।
उन्होंने कहा, "सुरक्षा बलों ने मुठभेड़स्थल से एक आतंकवादी का शव बरामद किया है।" दो और आतकवादियों के शव मलबे में दबे होने का अनुमान है। मुठभेड़ तब शुरू हुई, जब सुरक्षा बलों को इलाके में आतंकवादियों के मौजूद होने की विशेष रूप से जानकारी मिली। सुरक्षा बल बताई गई जगह पर जैसे ही पहुंचे, आतंकवादी छिप गए। वे छिपकर ही गोलीबारी करने लगे, जिसके बाद मुठभेड़ शुरू हो गई। यह पुलिस और सेना का संयुक्त अभियान था।
आतंकवादियों ने सुरक्षा बलों पर ग्रेनेड फेंके
जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले में रविवार को आतंकवादियों ने सुरक्षा कर्मियों पर दो ग्रेनेड फेंके, हालांकि वे फटे नहीं। सेना के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। उन्होंने कहा, 'आतंकवादियों ने अवंतीपुरा के चेरसू में आज पौने पांच बजे सीएपीएफ (केन्द्रीय सशस्त्र पुलिस बल) पर हमले का प्रयास किया।' अधिकारी ने कहा कि मोटरसाइकिल पर सवार संदिग्धों ने दो ग्रेनेड का पिन हटाए बिना उन्हें सीएपीएफ कर्मियों पर फेंक दिया। ग्रेनेड फटे नहीं। अधिकारी ने कहा कि आतंकवादियों को पकड़ने के प्रयास जारी हैं।
श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले में रविवार को आतंकवादियों ने सुरक्षा कर्मियों पर दो ग्रेनेड फेंके, हालांकि वे फटे नहीं। सेना के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। उन्होंने कहा, 'आतंकवादियों ने अवंतीपुरा के चेरसू में आज पौने पांच बजे सीएपीएफ (केन्द्रीय सशस्त्र पुलिस बल) पर हमले का प्रयास किया।' अधिकारी ने कहा कि मोटरसाइकिल पर सवार संदिग्धों ने दो ग्रेनेड का पिन हटाए बिना उन्हें सीएपीएफ कर्मियों पर फेंक दिया। ग्रेनेड फटे नहीं। अधिकारी ने कहा कि आतंकवादियों को पकड़ने के प्रयास जारी हैं।
हिरासत में लिए गए अलगावादी हुर्रियत नेता अशरफ सेहरई
जम्मू-कश्मीर के पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिंह ने रविवार को कहा कि अलगाववादी हुर्रियत नेता अशरफ सेहरई समेत प्रतिबंधित जमात-ए-इस्लामी के कुछ अन्य सदस्य हिरासत में लिए गए हैं जिनके खिलाफ सख्त जनसुरक्षा कानून (पीएसए) के तहत मामला दर्ज किया जा सकता है। सिंह ने बताया कि पाकिस्तान समर्थक तहरीक-ए-हुर्रियत के अध्यक्ष सेहरई के अलावा जमात-ए-इस्लामी के करीब 12 अन्य सदस्यों को भी हिरासत में लिया गया है।
कुछ दिन पहले अलगाववादी नेता सैयद अली शाह गिलानी ने राजनीति छोड़ने की घोषणा की थी जिसके बाद सेहरई ने उनका स्थान ले लिया था और वह 26 अलगवावादी संगठनों के समूह ऑल पार्टी हुर्रियत कॉन्फ्रेंस में तहरीक-ए-हुर्रियत का प्रतिनिधित्व कर रहे थे। हुर्रियत का यह धड़ा मीरवाइज उमर फारूक के नेतृत्व वाले धड़े से अलग है. फारूक जम्मू-कश्मीर में हिंसा को खत्म करने के लिए वार्ता के पक्ष में हैं। सेहरई का बेटा और हिज्बुल मुजाहिदीन का आतंकवादी जुनैद सेहरई इस साल मई में मुठभेड़ में मारा गया था।
(इनपुट-IANS)