चंदवा/लातेहार। झारखंड के लातेहार और चंदवा में शनिवार को सुरक्षा बलों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई, लेकिन दोनों ही घटनाओं में नक्सली जंगलों में भाग गए। बलों को मुठभेड़ स्थल से एक एके 47 राइफल, एक एसएलआर राइफल तथा गोला बारूद मिला है। झारखंड के पुलिस महानिरीक्षक (कार्रवाई) तथा पुलिस प्रवक्ता साकेत कुमार सिंह ने बताया कि पहली घटना लातेहार के चंदवा थाना क्षेत्र में हुई जहां एक सूचना के आधार पर पुलिस और केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल ने तृतीय प्रस्तुति कमिटी(टीपीसी) के नक्सलियों को घेर लिया।
उन्होंने बताया कि खुद को घिरा देखकर नक्सलियों ने पुलिस पर गोलीबारी प्रारंभ कर दी जिसके जवाब में सुरक्षा बलों ने भी गोलीबारी की और इस दौरान नक्सली घने जंगलों में भाग निकले। उन्होंने बताया कि मुठभेड़ में दोनों ओर से करीब 500 गोलियां चलीं, टीपीसी उग्रवादियों का नेतृत्व प्रभात जी कर रहा था और घटना के वक्त करीब 15 उग्रवादी थे।
सिंह ने बताया कि सुरक्षा बलों को घटनास्थल से एक एके 47 और एक एसएलआर राइफल, दर्जनों कारतूस, बारूद तथा अन्य सामान बरामद हुआ। चार दिनों के अंदर टीपीसी की पुलिस के साथ यह दूसरी मुठभेड़ है। एक दिन पूर्व शुक्रवार रात नक्सलियों ने बालूमाथ के तेतरियाखाड़ में बड़ा हमला किया जिसमें चार लोग घायल हो गए।
उन्होंने बताया कि लातेहार के पुलिस अधीक्षक प्रशांत आनंद को मिली गुप्त सूचना के बाद नक्सलियों की टोह में निकले जवानों के साथ नक्सलियों की जिले के सदर थाना क्षेत्र में मुठभेड़ हुई। उन्होंने बताया कि सदर थाना क्षेत्र के सलैया गुलरियाताड़ में झारखंड जगुआर की टीम के साथ प्रतिबंधित नक्सली संगठन जेजेएमपी की मुठभेड़ हुई जिसमें पुलिस को भारी पड़ता देख उग्रवादी जंगल में भाग गये। उन्होंने बताया कि सुरक्षा बल क्षेत्र में तलाश अभियान चला रहे हैं।