चंडीगढ़: पंजाब में हड़ताल कर रहे राज्य की सरकारी बस कंपनियों -पंजाब रोडवेज एवं पीआरटीसी- के संविदा कर्मचारियों ने मांगों के समाधान का आश्वासन मिलने के बाद हड़ताल को दो सप्ताह के लिये स्थगित कर दिया है। इस फैसले के बाद छह सितंबर से संविदा कर्मचारियों के हड़ताल पर जाने के कारण बंद सरकारी बसें बुधवार से फिर चलने लगेंगी। पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के राजनीतिक सलाहकार संदीप संधू और हड़ताली कर्मचारियों के एक समूह के साथ बैठक के बाद इस हड़ताल को 14 दिन के लिये टालने का निर्णय किया गया है।
बैठक के बाद मीडिया को संबोधित करते हुये पंजाब रोडवेज, पनबस/पीआरटीसी संविदा कर्मचारी संघ के अध्यक्ष रेशम सिंह गिल ने दावा किया कि संधू ने उनकी उनकी नौकरियों को नियमित करने जैसी मांग के समाधान के लिये आठ दिन का समय मांगा है। गिल ने कहा कि बसों का नया बेड़ा बढाने की मांग के बारे में उन्होंने आश्वासन दिया कि 800 नयी बसों को शामिल किया जायेगा।
गिल ने यह भी बताया कि उन्होंने वेतन में तत्काल 30 फीसदी का इजाफा करने और 5 फीसदी सालाना बढ़ोतरी का भी आश्वासन दिया है। गिल ने कहा, ‘‘उन्होंने आठ दिन का वक्त मांगा है, लेकिन हमने उन्हें 14 दिन का समय दिया है, तब तक हम हड़ताल स्थगित कर देंगे ।’’ राज्य सरकार को चेताते हुये गिल ने कहा कि अगर उनकी मांग नहीं मानी गयी तो 29 सितंबर से वह दोबारा हड़ताल पर चले जायेंगे।
उन्होंने कहा कि कल से राज्य में बसें चलनी शुरू हो जायेंगी। पंजाब रोडवेज और पीआरटीसी के संविदा कर्मचारी छह सितंबर को अपनी नौकरी नियमित करने की मांग को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए थे। लगभग 8,000 संविदा कर्मचारी हड़ताल पर हैं। नौकरियों को नियमित करने के अलावा, प्रदर्शनकारी यह भी मांग कर रहे हैं कि रोडवेज बसों की संख्या वर्तमान में लगभग 2,500 है जिसे बढ़ाकर कम से कम 10,000 किया जाए।
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