तिरुवनंतपुरम (केरल): तिरुवनंतपुरम के चिड़ियाघर में एक मछली के हमले में बुरी तरह घायल हुई एक बाम मछली की ऑपरेशन के बाद जान बचाई गई। देश के किसी चिड़ियाघर में संभवत: ऐसा पहली बार हुआ है। चिड़ियाघर के मछलीघर में 600 ग्राम वजनी मादा बाम मछली को दो अन्य बाम मछलियों के साथ रखा गया था। इस मछली को एक अन्य मछली ने हमला करके शनिवार शाम को बुरी तरह घायल कर दिया था।
चिड़ियाघर के सूत्रों ने बताया कि मछली का पेट एवं मांस और उसके आंतरिक अंग बुरी तरह कटे हुए थे। चिड़ियाघर के पशु चिकित्सक जैकब अलेक्जेंडर ने मछली का तत्काल ऑपरेशन कराए जाने की सलाह दी। पशु चिकित्सकों टिट्टू अब्राहम और अमृता लक्ष्मी के यू ने इस ऑपरेशन में अलेक्जेंडर की मदद की। बाम मछली के शरीर में 30 टांके लगाए गए हैं और उसे अलग टैंक में रखा गया है।
चिड़ियाघर के प्राधिकारियों ने बताया कि ऑपरेशन सफल रहा और मछली का स्वास्थ्य सही है, लेकिन ऑपरेशन के बाद के 48 घंटे बहुत नाजुक थे।