नयी दिल्ली: निर्वाचन आयोग ने दिल्ली पुलिस से शहर की जनता को निर्वाचन सूची के बारे में ‘भ्रामक’ कॉल करने वालों के खिलाफ ‘जरूरी कार्रवाई’ करने को कहा है। दिल्ली के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) ने शनिवार को उन फोन कॉलों के प्रति लोगों को आगह किया था जिनमें निर्वाचन सूची से लोगों का नाम हटाने का दावा किया गया है। निर्वाचन अधिकारी ने स्पष्ट किया था कि निर्वाचन पंजीयन अधिकारी के सिवा कोई भी उनका नाम निर्वाचन सूची में न शामिल कर सकता है और न जोड़ सकता है।
अब सीईओ ने दिल्ली पुलिस आयुक्त से मामले की जांच कर असल स्थिति का पता लगाने को कहा है। पुलिस को की गई शिकायत में कहा गया है, ‘‘इस संबंध में प्राप्त हुई विभिन्न लिखित शिकायतें इसके साथ संलग्न हैं। पहली नजर में ऐसा प्रतीत होता है कि उपरोक्त शिकायतों में दिए गए कथन की असलियत का पता लगाने के लिए मामले की अच्छी तरह से जांच करने की जरूरत है और कानून के तहत जरूरी कार्रवाई की जाए।’’
सीईओ का शनिवार को बयान तब आया था जब भाजपा के एक शिष्टमंडल ने मुख्य निर्वाचन आयुक्त से मुलाकात थी और आरोप लगाया था कि आम आदमी पार्टी (आप) इस तरह के फोन कॉल कर रही है। चुनाव आयोग के बयान पर आप के राष्ट्रीय संयोजक और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने तीखी प्रतिक्रिया दी थी। केजरीवाल ने कहा था कि ‘‘निर्वाचन आयोग को किसी राजनीतिक पार्टी का एजेंट नहीं बनना चाहिए।’’