लखनऊ: उत्तर प्रदेश में वर्षा जन्य हादसों में बीते 24 घंटे के दौरान 18 और लोगों ने जान गंवा दी जबकि 15 अन्य जख्मी हुए हैं। इस प्रकार राज्य में शनिवार की रात से अब तक वर्षा जन्य हादसों में मृतकों की संख्या बढकर 44 हो गयी है। राज्य के अलग-अलग हिस्से में भारी बारिश के चलते आम जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है । मौसम विभाग ने कल भी भारी वर्षा का अनुमान व्यक्त किया है ।
अधिकारियों के अनुसार गोण्डा और कुशीनगर में तीन-तीन, मिर्जापुर और बिजनौर में दो-दो तथा बहराइच, सीतापुर, मेरठ, उन्नाव, औरैया, सुल्तानपुर, जौनपुर और एटा में कल रात से अब तक एक-एक व्यक्ति की जान गयी है । मौसम विभाग ने बताया कि बीते 24 घंटों में सबसे अधिक 10 सेंटीमीटर बारिश नजीबाबाद (बिजनौर) में हुई। बीकापुर (फैजाबाद) और गौतमबुद्ध नगर में नौ-नौ सेमी, मुसाफिरखाना (सुल्तानपुर), उन्नाव और अयोध्या में आठ-आठ सेमी, अकबरपुर (आंबेडकरनगर), जौनपुर, चुर्क (सोनभद्र) , ज्ञानपुर (संत रविदास नगर), मेरठ और संभल में सात-सात सेंटीमीटर वर्षा रिकार्ड की गयी । विभाग ने राज्य में बुधवार को अलग-अलग जगहों पर भारी बारिश की आशंका व्यक्त की है ।
केन्द्रीय जल आयोग की रिपोर्ट के मुताबिक गंगा बुलंदशहर, फतेहगढ और कानपुर देहात में खतरे के निशान से ऊपर बह रही है । आयोग ने बताया कि शाहजहांपुर में रामगंगा, पलियांकला में शारदा, एल्गिन ब्रिज, अयोध्या ओर बलिया में घाघरा और गोण्डा में कुआनो नदियां भी खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं ।