ग्रेटर नोएडा (उत्तर प्रदेश): गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने आज कहा कि सरकार भारत-चीन सीमा पर शून्य से नीचे के तापमान पर हिमालय की बुलंदियों पर पहरे दे रहे ITBP जवानों के लिए 50 ताप नियंत्रित चौकियां बनाने के प्रस्ताव पर विचार कर रही है। राजनाथ सिंह ने भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (ITBP) के स्थापना दिवस पर आयोजित एक समारोह में बल के जवानों और अधिकारियों को संबोधित करते हुए बल की क्षमता बढ़ाने के लिए कई अन्य कदमों का एलान किया। इन कदमों में अरूणाचल प्रदेश, उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में 25 सीमा सड़कों का निर्माण शामिल है।
भारत-चीन सीमा पर लद्दाख के कराकोरम दर्रे से लेकर अरूणाचल प्रदेश के जाचेप ला में 176 सीमा चौकियां हैं। राजनाथ सिंह के अनुसार सरकार प्रस्तावित नई चौकियों में 20 डिग्री सेल्सियस तापमान बनाए रखने की प्रौद्योगिकी इस्तेमाल करने पर विचार कर रही है। ये चौकियां ज्यादा ऊंचाइयों वाले इलाकों में स्थित हैं जहां ITBP के जवान बर्फ की आंधियों और शून्य से भी कम तापमान का सामना करते हैं। गृह मंत्री ने कहा हम आपकी परिचालन एवं अवसंरचना क्षमताओं को बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। हाल ही में हमें बल के लिए 50 नयी सीमा चौकियां बनाने का एक प्रस्ताव मिला है और हम उस पर काम कर रहे हैं।
अतिरिक्त सीमा चौकियों की स्थापना का लक्ष्य यह सुनिश्चित करना है कि बेहद बर्फीली स्थितियों और ठंड में उनका परित्याग नहीं हो। सरकार 9,000 फीट से अधिक ऊंचाई पर तैनात सैनिकों के लिए विशेष रूप से कम वजन वाले गर्म कपड़े और 3,488 किमी लंबी चीन भारत सीमा के अत्यधिक ऊंचाई वाले इलाकों में गश्त के लिए बर्फ पर चलने वाले स्कूटरों का विस्तारित बेड़ा देने पर विचार कर रही है।
ITBP के जवान 9000 से ले कर 18,700 फीट तक की ऊंचाई तक पश्चिमी, मध्य और पूर्वी सेक्टरों पर सीमा की चौकसी कर रहे हैं। उन्होंने कहा, 'हमने लद्दाख में एक मॉडल सीमा चौकी बनाई है जिसमें तापमान को 20 डिग्री सेल्सियस तक बरकरार रखा जा सकता है। हम सिक्किम में तथा इस सीमा के पूर्वी हिस्से में ऐसी और सीमा चौकियां बनाएंगे।'