मुंबई। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने 4355 करोड़ रुपये के पंजाब एवं महाराष्ट्र (पीएमसी) कोआपरेटिव बैंक घोटाले के सिलसिले में एचडीआईएल के प्रमोटर राकेश वधावन और उनके बेटे सारंग की बुधवार को हिरासत मांगी। रियल एस्टेट कंपनी हाउसिंग डेवलपमेंट इन्फ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड (एचडीआईएल) के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक राकेश वधावन और उनके बेटे को पहले मामले के सिलसिले में मुंबई पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा ने गिरफ्तार किया था।
ईओडब्ल्यू ने आरोप लगाया कि बैंक प्रबंधन ने राकेश वधावन और उनके पुत्र के साथ मिलकर एचडीआईएल समूह की कंपनियों द्वारा कर्ज की राशि के भुगतान में की गई चूक को बैंकिंग नियामकों की जांच से छिपाया। बैंक अधिकारियों ने एचडीआईएल के 44 ऋण खातों को 21,049 काल्पनिक खातों के साथ बदल दिया है, ताकि रियल एस्टेट समूह द्वारा कर्ज अदायगी में की गई भारी चूक को छिपाया जा सके। राकेश वधावन और उनके पुत्र को एक अन्य आरोपी और बैंक के पूर्व अध्यक्ष वरियम सिंह के साथ मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट एस जी शेख के समक्ष पेश किया गया, क्योंकि उनकी हिरासत बुधवार को समाप्त हो गई थी। अदालत ने उन्हें 23 अक्टूबर तक के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया।
इन तीनों के अलावा, ईओडब्ल्यू ने बैंक के पूर्व प्रबंध निदेशक जॉय थॉमस को भी गिरफ्तार किया है, जिनकी पुलिस हिरासत 17 अक्टूबर को समाप्त हो जाएगी। बाद में दिन में ईडी ने विशेष धन शोधन निरोधक अदालत का दरवाजा खटखटाया और मामले की जांच के लिए राकेश वधावन और उनके पुत्र की हिरासत की मांग की।
केंद्रीय एजेंसी ने पीएमसी बैंक घोटाले में मामला दर्ज किया है। केंद्रीय एजेंसी के एक वकील ने बताया कि अदालत ने ईडी को आवश्यक औपचारिकताओं को पूरा करने के लिए कहा और कोई विशिष्ट तारीख दिए बिना उसकी याचिका पर सुनवाई को स्थगित कर दिया। राकेश वधावन और उनके पुत्र को ईओडब्ल्यू ने तीन अक्टूबर को गिरफ्तार किया था।
सोमवार को ईडी ने कहा कि उसने अपनी जांच के दौरान निजी जेट और एक नौका सहित 3,830 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की है। इस बीच, मजिस्ट्रेट अदालत के बाहर, बैंक के कई खाताधारकों ने विरोध प्रदर्शन किया और अपना धन लौटाने की मांग की गई। उन्होंने मुंबई के पुलिस आयुक्त संजय बर्वे से भी मुलाकात की। प्रदर्शनकारियों में से एक ने बताया कि उन्होंने वादा किया कि ईओडब्ल्यू इस मामले की त्वरित जांच करेगा। भारतीय रिजर्व बैंक ने बैंक से धन की निकासी पर प्रतिबंध लगा दिया है, जिससे कई जमाकर्ता मुश्किल में हैं।