नयी दिल्ली। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने केरल सोना तस्करी मामले में धन शोधन की शिकायत दर्ज की है। अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि एजेंसी ने इससे पहले दर्ज की गई एनआईए की प्राथमिकी का अध्ययन करने के बाद प्रवर्तन मामला सूचना रिपोर्ट (ईसीआईआर) दर्ज की है, जो पुलिस प्राथमिकी के समान है। अधिकारियों ने कहा कि ईडी ने धनशोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत मामला दर्ज किया है और वह आरोपियों के बयान दर्ज करेगा।
ईडी इस बात की जांच करेगा कि आरोपियों ने कथित सोना तस्करी के जरिये जो धन अर्जित किया, उसका शोधन करके अपराध में इस्तेमाल किया गया या नहीं। एनआईए ने इस मामले में मुख्य आरोपियों स्वप्ना सुरेश और संदीप नायर को 11 जुलाई को बेंगलुरु से गिरफ्तार कर लिया था। एजेंसी ने कोच्चि की विशेष अदालत को मंगलवार को बताया था कि सुरेश, नायर और अन्य आरोपियों ने विदेश से बड़ी मात्रा में सोने की तस्करी कर देश की मौद्रिक स्थिरता को नुकसान पहुंचाने का षड़यंत्र रचा।
अदालत में पेश की गई रिपोर्ट में एनआई ने यह भी कहा था कि इस बात का संदेह है कि आरोपियों ने तस्करी से अर्जित धन का इस्तेमाल विभिन्न तरीकों से, आतंकवाद के वित्तपोषण के लिये भी किया। रिपोर्ट में कहा गया है कि आरोपियों ने जानबूझकर संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के राजनयिक सामान का इस्तेमाल अवैध कारोबार को करने के लिए किया था और इसके यूएई सरकार के साथ भारत के राजनयिक संबंधों में गंभीर परिणाम हो सकते थे।
एजेंसी ने सुरेश और नायर से भी पूछताछ की, जो 24 जुलाई तक उसकी हिरासत में है। सोना तस्करी के मामले का पर्दाफाश पांच जुलाई को हुआ था जब सीमा शुल्क विभाग के अधिकारियों ने तिरुवनंतपुरम अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर ‘‘राजनयिक सामान’’ से लगभग 15 करोड़ रुपये मूल्य का सोना जब्त किया था।