नई दिल्ली: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बाहुबली नेता मुख्तार अंसारी और माफिया अतीक अहमद से बांदा और साबरमती जेल में घंटों पूछताछ की। उत्तरप्रदेश की बांदा जेल में बंद मऊ जिले के बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी से ईडी के तीन सदस्यीय दल ने रविवार को कई घंटे पूछताछ की। वहीं माफिया अतीक अहमद से साबरमती जेल में ED ने पूछताछ की गई।
संबंधित कोर्ट से अनुमति मिलने के बाद सुबह करीब 11 बजे ED की 2 टीम बांदा और साबरमती जेल पहुंचीं। बांदा जेल में मुख्तार अंसारी और साबरमती जेल में माफिया अतीक अहमद से PMLA के केस में पूछताछ की गईं। मुख्तार अंसारी पर आरोप है कि उसने एक सरकारी जमीन पर अवैध रूप से कब्जा जमाया और उसे सात साल के लिए 1.7 करोड़ रुपये प्रति वर्ष के हिसाब से एक निजी कंपनी को किराए पर दे दिया। ED इस रकम और कब्जा जमाने के मामले में अपनी पूछताछ कर रही है।
अतीक के पास से 16 बेनामी कंपनियां के कागजात बरामद हुए थे। जिसके बाद माफिया अतीक अहमद के खिलाफ भी ED ने मनी लॉन्ड्रिंग का मुकदमा दर्ज किया था। आरोप है कि पिछले साल पुलिस ने अतीक की कुल 16 कंपनियां चिह्नित की थीं जिसमें से कई बेनामी थीं। इन कंपनियों में नाम तो किसी और का है लेकिन परोक्ष रूप से इनमें पैसा अतीक का लगा है। इनमें से ज्यादातर कंपनियों का कारोबार रियल इस्टेट से संबंधित है। यह भी जानकारी मिली है कि इन कंपनियों का लेनदेन करोड़ों में है। विदेशों में काली कमाई के इन्वेस्टमेंट की जानकारी ED को मिली है, जिसके बाद पूछताछ जरूरी थी। दोनों ही माफिया डॉन को उनकी अवैध प्रॉपर्टी और कुछ बैंक स्टेटमेंट के आधार पर पूछताछ की गईं।
बांदा जेल के जेलर प्रमोद तिवारी ने बताया कि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) का तीन सदस्यीय दल जेल में बंद बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी से धनशोधन के एक मामले में पूछताछ की है। उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा, "हमें यह नहीं पता कि मुख्तार अंसारी के खिलाफ कब और कहां धन शोधन का मामला दर्ज हुआ, लेकिन अदालत के आदेश पर ईडी अधिकारी यहां आए और अंसारी से घंटों पूछताछ की है।’’