नई दिल्ली। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने गुजरात की दवा कंपनी स्टर्लिंग बॉयोटेक के खिलाफ करोड़ों रुपये की बैंक धोखाधड़ी एवं धन शोधन मामले की जांच के सिलसिले में मंगलवार को कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल के दामाद इरफान सिद्दीकी का बयान लिया।
अधिकारियों ने बताया कि सिद्दीकी का बयान धन शोधन रोकथाम अधिनियम (पीएमएलए) के तहत दर्ज किया गया। इससे पहले उनसे यहां प्रवर्तन निदेशालय के एक कार्यालय में वडोदरा की इस कंपनी के मालिक व प्रवर्तक संदेसरा बंधुओं से तार जुड़े होने के आरोप में पूछताछ की गयी थी।
यह अनुमान है कि सिद्दीकी से पूछताछ बुधवार को भी जारी रह सकती है। सिद्दीकी का विवाह पटेल की पुत्री मुमताज से हुआ है। पटेल गुजरात से कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य हैं एवं देश की सबसे पुरानी पार्टी में कोषाध्यक्ष के पद पर हैं। इससे पहले वह संप्रग की अध्यक्ष एवं कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी के राजनीतिक सचिव थे।
ऐसा समझा जा रहा है कि सिद्दीकी ने संदेसरा समूह के पूर्व कर्मचारी सुनील यादव के बयान का प्रतिवाद किया है। यादव ने इससे पहले एजेंसी के समक्ष अपना बयान दर्ज कराया था, जिसमें उन्होंने कहा था कि संदेसरा बंधुओं ने पटेल के दामाद को बहुत अधिक मात्रा में नकदी सौंपी थी।
ईडी दिल्ली के वसंत विहार इलाके में एक आवासीय संपत्ति पर सिद्दीकी के 'कब्जे' के आरोप की भी जांच कर रही है। इस संपत्ति को कथित तौर पर संदेसरा बंधुओं ने खरीदा था। दिल्ली के कारोबारी गगन धवन के साथ उनके रिश्तों की भी केंद्रीय एजेंसी जांच कर रही है। धवन को पिछले साल इस मामले में ईडी ने गिरफ्तार किया था।
उल्लेखनीय है कि स्टर्लिंग बॉयोटेक के प्रवर्तकों नितिन संदेसरा, चेतन संदेसरा और दीप्ति संदेसरा पर 14,500 करोड़ रुपये की बैंक धोखाधड़ी का आरोप है। इस मामले के प्रकाश में आने के बाद ये सभी फरार हैं। ऐसा बताया जा रहा है कि वर्तमान में वे नाइजीरिया में हैं। भारत वहां से उनके प्रत्यर्पण की कोशिशों में लगी है। संदेसरा परिवार के खिलाफ भ्रष्टाचार और कर चोरी की धाराओं के तहत सीबीआई और आयकर विभाग की जांच भी चल रही है।