नई दिल्ली: तमिलनाडु के बड़े नेता एमके अलागिरि के बेटे पर ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) ने बड़ी कार्रवाई की है। अलागिरि के बेटे से जुड़ी 40 करोड़ से ज्यादा की प्रॉपर्टी जब्त कर ली गई है। मनी लॉन्ड्रिंग केस में ED ने ये बड़ी कार्रवाई की है। अलागिरी करुणानिधि के बेटे हैं और उन्हें पार्टी विरोधी गतिविधियों के चलते डीएमके से बाहर कर दिया गया था।
जानकारी के मुताबिक प्रवर्तन निदेशालय ने पूर्व रसायन और उर्वरक मंत्री एमके अलागिरी के बेटे अलागिरी दयानिधि की 40 करोड़ की संपत्ति जब्त कर ली है। प्रवर्तन निदेशालय ने अवैध ग्रेनाइट खनन मामले में यह कार्रवाई की है।
एक आधिकारिक बयान में कहा गया कि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने एम के अलागिरी के बेटे से जुड़ी 40 करोड़ रूपये की 25 चल और अचल संपत्ति बुधवार को अस्थायी रूप से जब्त की। बयान में कहा गया कि ईडी ने अवैध ग्रेनाइट खनन मामले में धनशोधन रोकथाम कानून, 2002 (पीएमएलए) के तहत कुल 40.34 करोड़ रूपये की मदुरै, चेन्नई में जमीन, इमारतों के अलावा ओलंपस ग्रेनाइट्स प्राइवेट लिमिटेड की फिक्सड डिपॉजिट अस्थायी रूप से जब्त की है।
ईडी के मुताबिक, कंपनी के शेयरधारकों एस नागराजन और अलागिरी दयानिधि ने अन्य आरोपियों के साथ आपराधिक साजिश की और टीएएमआईएन लीज भूमि में अवैध खनन गतिविधियों में संलिप्त थे, जिससे सरकार को बड़ा नुकसान हुआ और उन्हें फायदा हुआ। ईडी ने दर्ज प्राथमिकी और कंपनी, इसके प्रवर्तकों, निदेशकों और अन्य के खिलाफ तमिलनाडु पुलिस द्वारा दायर आरोपपत्र पर ओलंपस ग्रेनाइट्स प्राइवेट लिमिटेड, मदुरै के खिलाफ पीएमएलए के तहत अपराध का पता लगाने के लिए जांच शुरू की।
आरोपपत्र में कंपनी और अन्य आरोपियों द्वारा अवैध ग्रेनाइट खनन करने के लिए भारतीय दंड संहिता, विस्फोटक पदार्थ अधिनियम के तहत अपराध सहित अन्य अपराधों का आरोप लगाया गया। (इनपुट-भाषा)