मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ के भांजे रतुल पूरी पर आखिरकार शिकंजा कस गया है। बैंक घोटाले से जुड़े मामले में सोमवार रात ईडी ने रतुल पुरी को गिरफ्तार कर लिया है। रतुल पुरी के खिलाफ सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया बैंक ने शिकायत दर्ज कराई थी। हाल ही मेंं सीबीआई ने उनके खिलाफ 354 करोड़ के बैंक घोटाले के मामले में एफआईआर दर्ज की थी। सीबीआई ने ये एफआईआर धोखाधड़ी, जालसाजी और आपराधिक साजिश रचने की धाराओं में दर्ज की थी।
354 करोड़ के घोटाले का ये मामला मोजरबेयर कंपनी का है। आरोप है कि मोजरबेयर के डारेक्टर रहते हुए रतुल पुरी ने सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया के साथ ये धोखाधड़ी की थी इस घोटले में रतुल पुरी के साथ कंपनी के चार और डायरेक्टर भी शामिल थे। इसमें कंपनी के डारेक्टर दीपक पुरी नीता पुरी, संजय जैन और विनीत शर्मा पर भी सीबीआई ने मामला दर्ज किया है।
FIR दर्ज करने से पहले सीबीआई ने बैंक घोटाले से जुड़े मोजरबेयर कंपनी के सभी डारेक्टरों के घरों पर छापेमारी भी की थी। कुल छह जगहों पर सीबीआई ने रेड की थी जिसके बाद रतुल पुरी और उनके सहयोगियों के खिलाफ FIR दर्ज की गई।