पटना: पटना में सोमवार (5 अप्रैल) रात को भूकंप के झटके महसूस किए गए। अररिया जिले और किशनगंज जिले सहित कई जगहों पर लोगों ने भूकंप के झटके महसूस किए।राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र से मिली जानकारी के मुताबिक, सिक्किम नेपाल बॉर्डर के नजदीक 5.4 तीव्रता के भूकंप के झटके महसूस किए गए। भूकंप के झटके असम, बिहार और पश्चिम बंगाल के कुछ हिस्सों में भी महसूस किए गए। हालांकि, अभी भूकंप के झटके से भी किसी तरह के जानमाल के नुकसान की कोई खबर नहीं आ रही है।
सिक्किम में सोमवार रात को 5.4 तीव्रता का भूकंप का झटके महसूस किया गया। राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र ने यह जानकारी दी। भूकंप, भारत-भूटान सीमा के पास 10 किलोमीटर की गहराई में रात आठ बजकर 49 मिनट पर आया। एक अधिकारी ने बताया कि लोग डरकर घरों से बाहर निकल आए लेकिन जानमाल के किसी नुकसान की सूचना नहीं मिली है।
प्रधानमंत्री ने भूकंप के चलते हुए नुकसान का जायजा लिया
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पूर्वी भारत में आए भूकंप के चलते हुए नुकसान का जायजा लिया। उन्होंने बिहार, असम और सिक्किम के मुख्यमंत्रियों से भी बात की है। सरकारी सूत्रों ने सोमवार को यह जानकारी दी। भूकंप, भारत-भूटान सीमा के पास 10 किलोमीटर की गहराई में रात आठ बजकर 49 मिनट पर आया।
सूत्रों ने बताया, '' प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भूकंप के चलते हुए नुकसान का जायजा ले रहे हैं। वह सभी चार प्रभावित राज्यों के मुख्यमंत्रियों से बात कर रहे हैं। वह बिहार, असम और सिक्किम के मुख्यमंत्रियों से बात कर चुके हैं।'' राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र के मुताबिक 5.4 की तीव्रता वाला भूकंप का झटका महसूस किया गया।
भूकंप से ऐसे करें बचाव
- सुरक्षित स्थान पर भूकंपरोधी भवन का निर्माण कराएं।
- समय-समय पर आपदा प्रबंधन का प्रशिक्षण लें व पूर्वाभ्यास करें।
- आपदा की किट बनाएं जिसमें रेडियो, जरूरी कागज, मोबाइल, टार्च, माचिस, मोमबत्ती, चप्पल, कुछ रुपये व जरूरी दवाएं रखें।
- भूकंप आने पर परिवार के लोगों को बिजली व गैस बंद करने को कहें।
- भूकंप के दौरान टेबल, पलंग या मजबूत फर्नीचर के नीचे शरण लें।
- संतुलन बनाए रखने के लिए फर्नीचर को कस पकड़ लें।
- लिफ्ट का प्रयोग कतई न करें।
- खुले स्थान पर पेड़ व बिजली की लाइनों से दूर रहें।
- मकान ध्वस्त हो जाने के बाद उसमें न जाएं।
- कार के भीतर हैं तो उसी में रहें, बाहर न निकलें।
जानिए क्यों आता है भूकंप?
पृथ्वी की बाह्य परत में अचानक हलचल से उत्पन्न ऊर्जा के परिणाम स्वरूप भूकंप आता है। यह ऊर्जा पृथ्वी की सतह पर, भूकंपी तरंगें उत्पन्न करती है, जो भूमि को हिलाकर या विस्थापित कर के प्रकट होती है। वहीं ये भी कहा जाता है कि पृथ्वी के अंदर 7 प्लेट्स हैं, जो लगातार घूमती रहती हैं। जहां ये प्लेट्स ज्यादा टकराती हैं, वह जोन फॉल्ट लाइन कहलाता है। बार-बार टकराने से प्लेट्स के कोने मुड़ते हैं। जब ज्यादा दबाव बनता है तो प्लेट्स टूटने लगती हैं। नीचे की ऊर्जा बाहर आने का रास्ता खोजती हैं और डिस्टर्बेंस के बाद भूकंप आता है।