नई दिल्ली: दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ (DUSU) के उपाध्यक्ष और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) नेता शक्ति सिंह ने छात्र संघ के अध्यक्ष पद का प्रभार संभाल लिया। वहीं NSUI ने बुधवार को कहा कि मामला अदालत में है। दिल्ली हाई कोर्ट ने मंगलवार को कांग्रेस समर्थित भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन (NSUI) नेता सन्नी छिल्लर की याचिका को खारिज कर दिया था। इसमें उन्होंने DUSU के पूर्व अध्यक्ष अंकिव बैसोया के निर्वाचन को चुनौती दी थी जिन्होंने स्नातक की कथित रूप से फर्जी डिग्री देकर DU में दाखिल लिया था।
लिंगदोह समिति के दिशा-निर्देशों के मुताबिक, अगर चुनाव के 2 महीने के अंदर कोई प्रमुख पद खाली हो जाता है तो पुन: चुनाव कराया जाएगा। अन्यथा उपाध्यक्ष को अध्यक्ष पद पर आसीन किया जा सकता है। राष्ट्रीय स्वयं सेवक (RSS) से संबद्ध अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) ने उक्त दिशा-निर्देशों का हवाला दिया और सिंह ने मंगलवार को पदभार ग्रहण कर लिया। ABVP के एक सदस्य ने कहा, ‘मामला हाई कोर्ट में लंबित नहीं है। कोर्ट ने कहा है कि नए सिरे से चुनाव नहीं होंगे जिसका मतलब है कि शक्ति सिंह अब अध्यक्ष हैं। वह मंगलवार को दफ्तर आए और अध्यक्ष के तौर पर कार्यभार संभाल लिया।’
NSUI ने आरोप लगाया कि सिंह अपने लोगों के साथ ताला तोड़कर और सुरक्षा स्टाफ के साथ हाथापाई करके दफ्तर में घुसे हैं। संगठन ने यह भी दावा किया कि बीच-बचाव करने आए विश्वविद्यालय स्टाफ को उन्होंने अपशब्द कहे। छात्र संगठन ने कहा, ‘वह ऐसे कैसे कार्यभार संभाल सकते हैं जब मामला अदालत में है? क्या विश्वविद्यालय को कोई अदालती फरमान मिला है? सिंह का कृत्य अदालत की अवमानना है।’