जम्मू. जम्मू हवाईअड्डे के अत्यधिक सुरक्षा वाले तकनीकी क्षेत्र में देर रात पांच मिनट के अंतराल में दो विस्फोट हुए। सूत्रों ने बताया कि इन धमाकों के लिए ड्रोन का इस्तेमाल किया गया था। सूत्रों ने कहा कि जम्मू एयर बेस के निकट धमाके करने के लिए दो drones का इस्तेमाल किया गया था। इन ड्रोन्स के जरिए IED धमाकों को अंजाम दिया गया।
सूत्रों ने बताया कि जहां पर ब्लास्ट हुआ, वो जगह MI17 V 5 Hanger के बेहद नजदीक है, इसलिए कहा जा सकता है कि धमाके का इरादा विमान या हेलीकॉप्टरों को नुकसान पहुंचाने के लिए हो सकता है। सूत्रों ने बताया कि सभी एयरक्रॉप्ट और हेलीकॉप्टर सेफ है। इन विस्फोटों में भारतीय वायु सेना (IAF) के दो जवानों को मामूली चोटें आई हैं। भारतीय वायु सेना (IAF) का एक उच्च स्तरीय जांच दल शीघ्र ही जम्मू पहुंचेगा।
इससे पहले वायुसेना ने इन धमाकों के बारे में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को ब्रीफ किया। सूत्रों ने बताया कि पश्चिमी एयर कमांडर एयर मार्शल वी.आर. चौधरी स्थिति का जायज़ा लेने के लिए जम्मू एयरबेस का दौरा करेंगे। भारतीय वायु सेना के अधिकारी उन्हें इस घटना की जानकारी देंगे। इस बीच भारतीय वायुसेना ने ट्वीट कर कहा कि जम्मू वायु सेना स्टेशन के तकनीकी क्षेत्र में रविवार तड़के दो कम तीव्रता वाले धमाके हुए। एक धमाके से एक इमारत की छत को मामूली नुकसान पहुंचाया जबकि दूसरा एक खुले क्षेत्र में हुआ।
एक रक्षा प्रवक्ता ने बताया कि जम्मू में वायु सेना के अड्डे में हुए धमाकों में कोई जवान हताहत नहीं हुआ है और न ही कोई साजो सामान क्षतिग्रस्त हुआ है। जांच चल रही है और विस्तृत विवरण की प्रतीक्षा है। घटना के बाद सुरक्षा बलों ने इलाके को कुछ ही मिनटों में सील कर दिया। सूत्रों ने बताया कि वायु सेना अड्डे पर वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों और भारतीय वायु सेना के अधिकारियों की उच्च स्तरीय बैठक चल रही है। जम्मू हवाई अड्डा एक असैन्य हवाई अड्डा है।
राजनाथ सिंह ने वायुसेना के उप प्रमुख से बात की
भारतीय वायुसेना इस बात की जांच कर रही है कि रविवार को जम्मू में उसके अड्डे पर हुए कम तीव्रता वाले दो विस्फोट आतंकवादी हमला तो नहीं थे। रक्षा प्रतिष्ठान से जुड़े अधिकारियों ने यह जानकारी दी। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के कार्यालय ने बताया कि उन्होंने वायुसेना के उपप्रमुख एयर मार्शल एचएस अरोड़ा से विस्फोटों के संबंध में बात की। उन्होंने बताया कि जांच करने वाले अधिकारी हवाईअड्डे पर विस्फोटकों को गिराने के लिए ड्रोन के संभावित इस्तेमाल की भी छानबीन कर रहे हैं।रक्षा मंत्री के कार्यालय ने ट्वीट किया, ‘‘रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने जम्मू में वायु सेना स्टेशन पर आज हुई घटना के बारे में वायुसेना के उप प्रमुख एयर मार्शल एचएस अरोड़ा से बात की। एयर मार्शल विक्रम सिंह स्थिति का जायजा लेने जम्मू पहुंच रहे हैं।’’
अधिकारियों ने बताया कि विस्फोटों में आतंकवादी नेटवर्कों की संभावित संलिप्तता समेत विभिन्न पहलुओं की जांच की जा रही है। उन्होंने बताया कि वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल आरकेएस भदौरिया को विस्फोटों के बारे में अवगत कराया गया है। वायुसेना प्रमुख शनिवार से बांग्लादेश के तीन दिवसीय दौरे पर हैं।