नई दिल्ली। रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) ने आज शुक्रवार को उन्नत पिनाका रॉकेट का सफल परीक्षण किया। रॉकेट 45 किलोमीटर तक की दूरी पर टारगेट को नष्ट कर सकता है। डीआरडीओ ने ओडिशा तट के पास चांदीपुर में एकीकृत परीक्षण केंद्र (आईटीआर) से स्वदेशी पिनाका रॉकेट के उन्नत संस्करण का परीक्षण किया। आधिकारिक सूत्रों ने शुक्रवार को इस बारे में बताया। परीक्षण के दौरान कुल 25 पिनाका रॉकेट गुरुवार और शुक्रवार को अलग-अलग दूरी पर लक्ष्य को सटीकता से भेदने में कामयाब रहे।
एक अधिकारी ने बताया कि 122 एमएम कैलिबर रॉकेट को मल्टी बैरल रॉकेट लॉन्चर (एमबीआरएल) से छोड़ा गया। एक सूत्र ने बताया, ‘‘मिशन के दौरान लक्ष्य सफलतापूर्वक भेद दिए गए। पिनाका रॉकेट प्रणाली के विस्तारित रेंज के तहत 45 किलोमीटर की दूरी तक लक्ष्य को भेदा जा सकता है।’’
रॉकेट ने कितनी सटीकता से निशाना साधा, इस पर विभिन्न उपकरणों के जरिए निगरानी की गयी। पुणे स्थित आयुध अनुसंधान एवं विकास स्थापना (एआरडीई) और उच्च ऊर्जा सामग्री अनुसंधान प्रयोगशाला (एचईएमआरएल) ने इकनॉमिक एक्सप्लोसिव लिमिटेड, नागपुर की मदद से इस रॉकेट प्रणाली को विकसित किया है। सूत्रों ने बताया कि लंबी दूरी की क्षमता को प्राप्त करने के लिए उन्नत पिनाका प्रणाली का विकास किया गया है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने उन्नतम पिनाका रॉकेट के कामयाब परीक्षण पर डीआरडीओ और उद्योग को बधाई दी है। रक्षा विभाग (अनुसंधान एवं विकास) के सचिव और डीआरडीओ के अध्यक्ष डॉ जी सतीश रेड्डी ने भी रॉकेट के सफल परीक्षण में शामिल टीम के प्रयासों की सराहना की।
डीआरडीओ ने 122 मिमी कैलिबर रॉकेट के उन्नत संस्करणों का सफलतापूर्वक परीक्षण किया
डीआरडीओ ने शुक्रवार को ओडिशा के चांदीपुर परीक्षण रेंज में अपने 122 मिमी कैलिबर रॉकेट के उन्नत रेंज के संस्करणों का सफल परीक्षण किया। मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि ये रॉकेट भारतीय सेना के लिए विकसित किए गए हैं और ये रॉकेट 40 किलोमीटर तक के लक्ष्य को नष्ट कर सकते हैं। बयान में कहा गया कि रॉकेट के चार उन्नत संस्करणों को एक मल्टी-बैरल लांचर से पूरे उपकरण के साथ दागा गया और उन्होंने मिशन के उद्देश्यों को पूरा किया। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शुक्रवार को इन रॉकेट के सफल परीक्षणों पर डीआरडीओ और रक्षा उद्योग को बधाई दी।