बेंगलुरु: राम मंदिर के निर्माण की देखरेख के लिए केंद्र सरकार द्वारा बनाए गए राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास के एक सदस्य ने रविवार को कहा कि अयोध्या में राम मंदिर बनाने के लिए न केवल हिंदुओं से बल्कि सभी समुदायों से दान स्वीकार किया जाएगा। कर्नाटक में उडुपी स्थित पेजावर मठ के प्रमुख विश्वप्रसन्न तीर्थ स्वामी ने कहा कि ऐसा सुझाव दिया गया है कि धन जुटाने की कोशिशों के तहत हर व्यक्ति से दस रुपये और हर परिवार से 100 रुपये लिए जाएं। वह हाल ही में ट्रस्ट की एक डिजिटल बैठक में शामिल हुए।
उन्होंने कहा, ‘‘यह महज एक सुझाव है न कि कर की तरह है। यह उन लोगों के लिए एक रूपरेखा है जो मंदिर के निर्माण में भाग लेने के इच्छुक हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हम हर उस व्यक्ति से दान स्वीकार करेंगे जिसकी भगवान राम के प्रति श्रद्धा और विश्वास है।’’ विश्वप्रसन्न तीर्थ स्वामी से यह पूछा गया था कि क्या सभी समुदायों का दान स्वीकार किया जाएगा। पेजावर स्वामीजी ने कहा कि ऐसा सुझाव है कि हर व्यक्ति से 10 रुपये और प्रत्येक परिवार से 100 रुपये की दान राशि ली जाए।
उन्होंने कहा कि ट्रस्ट कितनी भी दानराशि को स्वीकार करेगा चाहे एक रुपया हो या एक करोड़ रुपये हों। उन्होंने कहा कि ट्रस्ट ने कंपनियों की कॉरपोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व निधि से भी अतिरिक्त वित्तीय जरूरतों को पूरा करने का प्रस्ताव दिया है। उनके अनुसार मंदिर के निर्माण में 300 करोड़ रुपये का खर्च आने का अनुमान है और मंदिर से संबंधित गतिविधियों के लिए आसपास के इलाकों के विकास के लिए करीब 1,000 करोड़ रुपये अतिरिक्त धनराशि की आवश्यकता होगी। मंदिर की आधारशिला अगले हफ्ते रखी जानी है।