नई दिल्ली। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोमवार को नमस्ते ट्रंप कार्यक्रम को संबोधित किया। इस कार्यक्रम में हिस्सा लेने के बाद वो ताज महल का दीदार करने के लिए आगरा पहुंचे। इस दौरान उन्होंने ट्वीट कर कहा, ''अमेरिका और भारत अपने देशों को मजबूत बनाएँगे, अपने लोगों को सम्पन्न बनाएँगे, बड़े सपने देखने वालों को और बड़ा बनाएँगे और अपना भविष्य पहले से कहीं अधिक उज्जवल बनाएँगे... और यह तो शुरुआत ही है।"
राष्ट्रपति ट्रंप और पीएम मोदी को देखने उमड़े हजारों लोग
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उनकी पत्नी मेलानिया ट्रंप के ‘नमस्ते ट्रंप’ आयोजन के लिए मोटेरा स्टेडियम जाते समय 22 किलोमीटर के रोडशो के दौरान हजारों लोग भारतीय और अमेरिकी ध्वज लिए हुए थे और नारे लगा रहे थे। अहमदाबाद और गुजरात के विभिन्न हिस्सों से कई लोग सुबह से ही रोड शो देखने के लिए आ गए थे। इस दौरान छात्र भी बड़ी संख्या में मौजूद थे। कलाकारों ने सांस्कृतिक प्रस्तुतियां भी दीं। मोटेरा स्टेडियम में घुसने के लिए पास नहीं मिल पाने से कई लोग निराश भी नजर आए। लेकिन, सड़क किनारे से नेताओं की एक झलक मिल जाने से उनकी निराशा दूर हो गयी।
अधिकारियों ने पूर्व में कहा था कि रोड शो के मार्ग में एक लाख से ज्यादा लोगों के खड़े होने की उम्मीद है। तकरीबन सभी राज्यों के कलाकारों ने रोडशो के दौरान प्रस्तुतियां दीं। मार्ग में नियमित अंतराल पर प्रत्येक राज्यों के लिए अलग-अलग मंच बनाए गए। पारंपरिक परिधान पहने विभिन्न राज्यों से आए कलाकारों ने करीब 30 मंचों पर प्रस्तुतियां दीं और मार्ग से गुजरने के दौरान अतिथियों का अभिवादन किया।
अहमदाबाद से करीब 70 किलोमीटर दूर साबरकांठा जिले में अपने गांव से आए गोविंदभाई पटेल और आठ सदस्य सुबह ही अहमदाबाद पहुंच गए थे और साबरमती नदी के किनारे कतार में खड़े थ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का काफिला सबसे पहले साबरमती आश्रम पहुंचा। इसके बाद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उनकी पत्नी पहुंचे।
पटेल ने कहा, ‘‘हम मोदी और ट्रंप की एक झलक देखने के लिए अपने गांव से यहां आए । मुझे तीन घंटे इंतजार करना पड़ा लेकिन ऐसा करना तो बनता है। ’’ आणंद से आयीं रक्षाबेन कंसारा ने कहा कि पास नहीं मिलने के कारण उन्हें स्टेडियम के भीतर जाने नहीं दिया गया। ‘नमस्ते ट्रंप’ आयोजन की लाइव स्ट्रीमिंग को देखने के लिए रोड शो के मार्ग पर विभिन्न स्थानों पर स्क्रीन के आस-पास भी लोग इकट्ठा नजर आए। गर्मी के बावजूद लोग बड़ी संख्या में मार्ग के अगल-बगल जमा थे।
इनपुट- भाषा