नई दिल्ली। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अपनी पत्नी मेलानिया, बेटी इवांका, दामाद जेरेड कुशनर और अपने प्रशासन के शीर्ष अधिकारियों के साथ सोमवार से भारत यात्रा पर आ रहे हैं। इस यात्रा के दौरान अहम द्विपक्षीय रक्षा और रणनीतिक रिश्तों में और मजबूती की उम्मीद है लेकिन व्यापार शुल्क जैसे जटिल मुद्दों के हल होने की संभावना नहीं है। ट्रंप की लगभग 36 घंटे की यात्रा इस क्षेत्र और इससे इतर भू राजनीतिक घटनाक्रमों को लेकर हितों की बढ़ती एकरूपता का स्पष्ट संदेश भी देती है, खासतौर पर तब जब चीन अपने सैन्य और आर्थिक दायरे को बढ़ा रहा है।
भारतीय और अमेरिकी अधिकारियों ने बताया कि ट्रंप और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच मंगलवार को होने वाली वार्ता व्यापार और निवेश, रक्षा और सुरक्षा, आतंकवाद-रोधी, ऊर्जा सुरक्षा, धार्मिक स्वतंत्रता, अफगानिस्तान में तालिबान के साथ प्रस्तावित शांति समझौता और हिंद-प्रशांत की स्थिति सहित कई द्विपक्षीय और क्षेत्रीय महत्व के मुद्दों पर केंद्रित रहने की संभावना है। अमेरिकी राष्ट्रपति की भारत यात्रा ऐसे समय पर हो रही है जब देश में संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) के खिलाफ बड़े पैमाने पर प्रदर्शन चल रहे हैं और कश्मीर को लेकर पाकिस्तान के साथ भारत के रिश्तों में तनाव है।
व्हाइट हाउस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, “राष्ट्रपति ट्रंप अपनी सार्वजनिक और निजी बातचीत में लोकतंत्र और धार्मिक स्वतंत्रता की हमारी साझी परंपरा के बारे में बात करेंगे। वह इन मुद्दों को उठाएंगे, विशेष रूप से धार्मिक स्वतंत्रता का मुद्दा, जो इस प्रशासन के लिए अत्यंत अहम है।” रिश्तों में सिलवटों के बावजूद, दोनों पक्ष ट्रंप की पहली भारत यात्रा को दो लोकतांत्रिक देशों के बीच बढ़ती वैश्विक रणनीतिक साझेदारी के प्रतिबिंब के तौर पर दिखाना चाहते हैं।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने बृहस्पतिवार को कहा था कि ट्रंप की यात्रा के दौरान बौद्धिक संपदा अधिकार, व्यापार सुगमता और आंतरिक सुरक्षा के क्षेत्रों में सहयोग के लिए लगभग पांच समझौतों को अंतिम रूप दिए जाने की उम्मीद है। ट्रंप के दौरे के दौरान भारत अमेरिका से 24 एमएच-60 रोमियो हेलिकॉप्टरों को खरीदने के करार पर हस्ताक्षर कर सकता है जिसकी लागत 2.6 अरब डॉलर की है। इसके अलावा अमेरिका से 80 करोड़ डॉलर में छह एएच-64ई अपाचे हेलीकॉप्टर खरीदने का अनुबंध पर भी दस्तखत हो सकते हैं।
भारत-अमेरिका व्यापार समझौते पर कब हस्ताक्षर होंगे, इस सवाल पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा था, ‘‘हम कोई कृत्रिम समय सीमा सृजित नहीं करना चाहते हैं। अमेरिका भारत के बड़े पोल्ट्री और डेयरी बाजारों तक अधिक पहुंच की मांग कर रहा है। बहरहाल भारत को इस पर कुछ शंकाएं हैं।” भारत के विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने कहा कि भारत और अमेरिका के बीच संबंध आज ‘सबसे अधिक अहम’ रिश्तों में से एक के रूप में विकसित हुए हैं और दोनों देशों के हित अभूतपूर्व तरीके से जुड़े हैं। उन्होंने कहा कि ट्रंप और उनके प्रतिनिधिमंडल को अहमदाबाद की उनकी यात्रा के दौरान भारत की समृद्ध और विविध सांस्कृतिक विरासत से रू-ब-रू कराया जाएगा।
ट्रंप और उनका प्रतिनिधिमंडल सोमवार दोपहर को पीएम मोदी के गृह राज्य गुजरात के अहमदाबाद पहुंचेगा। पीएम मोदी ने ट्वीट किया, ‘‘भारत डोनाल्ड ट्रम्प का स्वागत करने के लिए उत्सुक है। यह सम्मान की बात होगी कि वह कल हमारे साथ होंगे, जिसकी शुरुआत अहमदाबाद में ऐतिहासिक कार्यक्रम से होगी।’’ ट्रंप और पीएम मोदी अहमदाबाद अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से 22 किलोमीटर तक का रोड शो करेंगे। इसके बाद वे मोटेरा में नवनिर्मित सरदार पटेल स्टेडियम में आयोजित 'नमस्ते ट्रंप' कार्यक्रम के लिये जाएंगे, जिसमें एक लाख से अधिक लोगों के आने की उम्मीद है।
इस यात्रा में ट्रंप के परिवार के अलावा, वित्त मंत्री स्टीवन म्नुचिन, वाणिज्य मंत्री विल्बर रॉस, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार रॉबर्ट ओ'ब्रायन और ऊर्जा मंत्री डी ब्रूइलेट शामिल हैं। एक अधिकारी ने बताया कि 'नमस्ते ट्रम्प', भारतीय-अमेरिकी समुदाय द्वारा सितंबर 2019 में मोदी की ह्यूस्टन की यात्रा के दौरान आयोजित कार्यक्रम 'हाउडी, मोदी!' की तरह ही होगा। अहमदाबाद से ट्रंप आगरा जाएंगे जहां वह ताज महल के दीदार करेंगे। ट्रंप का परिवार ताज महल में करीब एक घंटा बिताएगा। इसके बाद वे दिल्ली के लिए रवाना हो जाएंगे।