नई दिल्ली: डोकलाम पर भारत-चीन के बीच जारी तनातनी के बीच भारतीय सेना ने डोकलाम के आसपास के गांवों को खाली करने का आदेश दिया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक नाथनांग गांव में रह रहे कुछ सौ गांववालों को तुरंत घर छोड़ने के लिए कहा गया है। यह गांव डोकलाम से 250 किमी. की दूरी पर स्थित है। हालांकि, यह अभी साफ नहीं हो पाया है कि खाली करने का यह आदेश सुकना से डोकलाम की ओर बढ़ रहे 33 क्रॉप के जवानों के ठहरने के लिए खाली कराया गया है या भारत-चीन के बीच किसी मुठभेड़ की स्थिति में नागरिकों को हताहत होने से बचने के लिए। ये भी पढ़ें: AAP ने पूरे देश में उड़ने का ख्याल छोड़ा, दिल्ली तक समेटे अपने पंख
वहीं दूसरी तरफ चीन ने एक बार फिर सीमा पर अपनी उपस्थिति तेज कर दी है। खबरों की माने तो चीन ने सीमा पर 80 तंबू गाड़े हैं। अनुमान लगया जा रहा है कि इन तंबूओं में 50 से अधिक सैनिक हो सकते हैं। लेकिन भारतीय सैनिकों की मानें तो चीन ने करीब 300 पीएलए सैनिकों को तैनात किया हुआ है। भारतीय सरकार ने सीमा पर अपने 350 सैनिक तैनात किए हैं जो 30 तंबूओं में रह रहे हैं। वहीं वरिष्ठ अधिकारियों ने इस बात पर कोई प्रतिक्रिया देने से मना कर दिया है। उन्होंने बताया कि विरोधी की तरफ से किसी भी तरह की हलचल की उम्मीद नहीं है। लेकिन भारतीय सैना डोकलाम के आसपास लगातार अपनी उपस्थिति बढ़ा रही है।
दूसरी ओर सिकिम्म सीमा पर तैनात चीन की 33 कोर यूनिट के लिए भारतीय सेना ने एक एडवांस ऑपरेशन अलर्ट प्रोग्राम शुरू कर दिया है। यूं तो 33 कोर यूनिट की तैनाती सिंतबर या अक्टूबर के शुरुआत में की जाती है। लेकिन चीन ने अगस्त के शुरुआत में ही 33 कोर यूनिट की तैनाती की। गौरतलब है कि बीते बुधवार चीन के एक अखबार ने लिखा था कि भारत और चीन के बीच युद्ध की उलटी गिनती शुरू हो चुकी है और इससे पहले की देर हो जाए, नई दिल्ली को समझदारी दिखाते हुए डोकलाम से सेना को वापस बुला लेना चाहिए।