कोलकाता: अल्पसंख्यक मामलों के केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने शुक्रवार को विपक्षी दलों से 'आपराधिक मामलों को सांप्रदायिक रंग' न देने को कहा है। साथ ही, नकवी ने कहा कि देश में मुस्लिमों व दलितों की पीट पीटकर हत्या की घटनाओं में जो भी शामिल हैं, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए नकवी ने कहा, "आपराधिक घटनाओं को सरकार बर्दाश्त नहीं कर सकती है। अपराधी हमेशा अपराधी ही होते हैं। लेकिन, विपक्ष जब भी आपराधिक मामलों को सांप्रदायिक रंग देता है तो अंत में यह अप्रत्यक्ष रूप से यह अपराधियों की मंशा का समर्थन जैसा होता है।"
उन्होंने दावा किया कि भाजपा की अगुआई में केंद्र सरकार ने अल्पसंख्यकों को मुख्यधारा के विकास में शामिल किया है। उनका कहना था कि वर्तमान सरकार ने 'बगैर तुष्टीकरण के विकास' का सूत्रपात किया है। केंद्रीय मंत्री ने कांग्रेस की सरकार पर अल्पसंख्यकों का तुष्टीकरण करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि 2014 में सत्ता में आने के बाद से ही राजग की मौजूदा सरकार ने समुदाय में व्याप्त निरक्षरता व बेरोजगारी जैसे मसलों को दूर कर सम्मान के साथ विकास को प्राथमिकता दी है।
उन्होंने कहा, "हमने उनको यह बात समझायी कि उनका विकास बिना किसी भेदभाव के देश के अन्य समुदायों के साथ समान रूप से होना चाहिए। हम अपनी अभी तक की प्रगति से संतुष्ट हैं।" उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने अल्पसंख्यकों के लिए नि:शुल्क आईएएस कोचिंग शुरू की और 2016 में अल्पसंख्यक समुदायों के 112 अभ्यर्थियों ने सिविल सेवा में सफलता पाई जिनमें 52 मुस्लिम थे।
इस मौके पर राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग के सचिव राघव चंद्र ने कहा कि सरकार को वन अधिकार अधिनियम को बेहतर तरीके से लागू करने की दिशा में काम करना चाहिए।