मुरैना: मध्य प्रदेश के शहर मुरैना की नगर निगम में पार्षदों की एक बैठक के दौरान राष्ट्रगान के अपमान का मामला सामने आया है। बुधवार को मुरैना नगर निगम की बैठक बुलाई गई थी। इस बैठक में सत्ता पक्ष यानि बीजेपी और विपक्ष यानि कांग्रेस के पार्षदों ने जमकर हंगामा काटा। दरअसल ये सारा हंगामा तब शुरू हुआ जब एक दलित पार्षद ने बैठक में अपनी बात रखना चाही लेकिन बीजेपी के पार्षदों ने ही अपने पक्ष के नेता का विरोध शुरू कर दिया।
सकते में आये पार्षद ने कहा मेरी आवाज़ इस तरह नहीं दबाई जा सकती। इसके बाद कांग्रेसी पार्षद दलित पार्षद के पक्ष में आ गये और उन्होंने बीजेपी पार्षदों के व्यवहार पर भी अपना विरोध जताना शुरू कर दिया। हंगामा बढ़ते देख सभापति ने बैठक स्थगित कर दी गई और वे विपक्ष के साथ खड़े होकर मुर्दाबाद के नारे लगाने लगे। सभापति के विपक्ष के पार्षदों के साथ नारे लगाते देख सब हैरान रह गये। इस दौरान सभापति ने एक काम और किया वे हंगामा के बीच राष्ट्रगान गाने लगे जिस दौरान बैठक में राष्ट्रगान चल रहा था पार्षद आपस में लड़ते-झगड़ते रहे।
सभापति ने बस राष्ट्रगान की औपचारिकता निभाई और चलते बने। सभापति के इस बर्ताव ने पक्ष और विपक्ष दोनों ही दलों के नेताओं को सकते में डाल दिया। कई पार्षद एंजेडा पूरा ना होने और बैठक स्थगित किये जाने पर आपत्ति जताने लगे। उन्होंने सभापति पर राष्ट्रगान का अपमान करने और अपने पद की गरिमा खत्म की करने का आरोप लगाया।