नई दिल्ली: झारखंड के धनबाद में जिला और सत्र न्यायाधीश उत्तम आनंद की मौत का मामला सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच गया है। सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन के चीफ विकास सिंह ने चीफ जस्टिस एनवी रमन्ना ने इसपर संज्ञान लेने की अपील की है। चीफ जस्टिस ने सड़क हादसे में जज उत्तम आनंद की संदेहास्पद मौत पर कहा है कि उन्होंने झारखंड हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस से बात की है और झारखंड हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस ने इस मामले में पुलिस और प्रशासन के अफसरों को नोटिस जारी किया है।
सवाल ये है कि जज उत्तम आनंद की मौत हादसे में हुई या फिर ये कोई साजिश है क्योंकि जो सीसीटीवी सामने आया है उसमें साफ दिख रहा है कि ऑटो ने जानबूझकर मॉर्निंग वॉक पर निकले जज को टक्कर मार दी। जज उत्तम आनंद कई हाईप्रोफाइल केस की सुनवाई कर रहे थे।
धनबाद के जिला एवं सत्र न्यायाधीश उत्तम आनंद मॉर्निंग वॉक पर निकले थे। शरह के रणधीर वर्मा चौक पर वे सड़क के किनारे जा रहे थे। इसी बीच तेज गति से आ रहे एक ऑटो ने उन्हें टक्कर मार दी। पहले तो यह घटना एक सड़क हादसे का लग रहा था। लेकिन जब इस घटना की सीसीटीवी फुटेज सामने आई तो ये हादसा नहीं बल्कि एक साजिश नजर आ रहा है। सीसीटीवी फुटेज में साफ है कि सड़क सुनसान थी और जज उत्तम आनंद सड़क के किनारे से जा रहे थे। अचानक ऑटो तेज गति से चलते हुए बाएं की तरफ मुड़ता है और जज उत्तम आनंद को टक्कर मारकर तेजी से निकल भागता है।
हालांकि पुलिस ने ऑटो को गिरीडीह से बरामद कर लिया है। इस ऑटो में बैठे दो लोगों को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। फिलहाल पुलिस यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि यह हादसा है या फिर सोची-समझी गहरी साजिश।
सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष विकास सिंह ने चीफ जस्टिस से स्वत: संज्ञान लेने का आग्रह किया था। लेकिन चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया ने कहा कि उन्होंने झारखंड के चीफ जस्टिस से आज सुबह इस मुद्दे पर बात की है। उन्होंने इसपर स्वत: संज्ञान लिया है। विकास सिंह ने इसे न्यायपालिका की स्वतंत्रता पर हमला बताया।