अमेरिकी एयरबेस पर ईरान द्वारा किए गए मिसाइल हमले के भारत भी सतर्क हो गया है। डीजीसीए ने यूरोप और पश्चिम एशिया की ओर सेवाएं देने वाली विमानन कंपनियों को ईराक, ईरान और खाड़ी का रूट प्रयोग न करने की सलाह दी है। इसके साथ ही विदेश मंत्रालय ने भारतीय यात्रियों को ईराक की गैर जरूरी यात्रा न करने की सलाह दी है। इसके अलावा एडवाइजरी में कहा गया है जो नागरिक ईराक में रह रहे हैं, वे सतर्कता बरतें और ईराक में यहां वहां जाने से बचें।
विदेश मंत्रालय ने एडवाइजरी जारी करते हुए अपने नागरिकों को अगली अधिसूचना तक इराक की गैर जरूरी यात्रा से बचने का सुझाव दिया है। विदेश मंत्रालय द्वारा भारतीय नागरिकों के लिये इराक यात्रा के संबंध में यात्रा परामर्श में यह बात कही गई है। मंत्रालय द्वारा जारी यात्रा परामर्श में कहा गया है कि इराक में रहने वाले भारतीय नागरिकों को सतर्क रहने और इराक में यात्रा करने से बचने का सुझाव दिया जाता है। इसमें कहा गया है कि, ‘‘बगदाद में हमारा उच्चायोग और इरबिल में वाणिज्यदूतावास सामान्य रूप से काम करना जारी रखेंगे और इराक में रहने वाले भारतीय नागरिकों को सभी सेवाएं प्रदान करेंगे।”
गौरतलब है कि अमेरिका द्वारा ईरानी जनरल कासिम सुलेमानी को ड्रोन हमने में मारने के बाद से ही दोनों देशों में तनातनी चल रही है। इसके बाद इराक में अमेरिकी एयरबेस पर ईरान द्वारा मिसाइलों से हमला किए जाने की खबर है। पेंटागन के मुताबिक उसके एयरबेस पर एक दर्जन से ज्यादा मिसाइलें दागी गई हैं। एयरबेस पर अमेरिका के साथ गंठबंधन सेनाएं तैनात हैं। ईरान और अमेरिका के बीच इस संकट को थर्ड तीसरे विश्व युद्ध की दस्तक के रूप में देखा जा रहा है।
मंत्रालय द्वारा जारी यात्रा परामर्श में कहा गया है कि इराक में रहने वाले भारतीय नागरिकों को सतर्क रहने और इराक में यात्रा करने से बचने का सुझाव दिया जाता है। इसमें कहा गया है कि, ‘‘बगदाद में हमारा उच्चायोग और इरबिल में वाणिज्यदूतावास सामान्य रूप से काम करना जारी रखेंगे और इराक में रहने वाले भारतीय नागरिकों को सभी सेवाएं प्रदान करेंगे।”
गौरतलब है कि अमेरिका द्वारा ईरानी जनरल कासिम सुलेमानी को ड्रोन हमने में मारने के बाद से ही दोनों देशों में तनातनी चल रही है। इसके बाद इराक में अमेरिकी एयरबेस पर ईरान द्वारा मिसाइलों से हमला किए जाने की खबर है। पेंटागन के मुताबिक उसके एयरबेस पर एक दर्जन से ज्यादा मिसाइलें दागी गई हैं। एयरबेस पर अमेरिका के साथ गंठबंधन सेनाएं तैनात हैं।