नई दिल्ली: केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) की विशेष अदालत द्वारा डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख गुरमीत राम रहीम को दुष्कर्म के मामले में दोषी ठहराए जाने के बाद भड़की हिंसा के मद्देनजर शनिवार को यहां केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में हरियाणा में सुरक्षा स्थिति की समीक्षा के लिए उच्चस्तरीय बैठक हो रही है। दुष्कर्म मामले में डेरा प्रमुख को दोषी ठहराए जाने के बाद हुई हिंसा में 30 से अधिक लोगों की मौत हो गई है। ये भी पढ़ें: चीन को हवा में घेरने का चक्रव्यूह, हिंदुस्तान ने चलाया अपना ब्रह्मास्त्र
राजनाथ के आवास पर पूर्वाह्न 11 बजे बैठक शुरू हुई, जिसमें राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोभाल, गृह सचिव राजीव महर्षि, खुफिया ब्यूरो (आईबी) के प्रमुख राजवी जैन और गृह मंत्रालय के अन्य अधिकारी शामिल हैं।
बता दें कि डेरा प्रमुख के खिलाफ शुक्रवार को आए अदालत के फैसले के बाद डेरा समर्थकों द्वारा कई जगहों पर आगजनी की घटनाएं सामने आई हैं। सुरक्षा बलों की मौजूदगी के बावजूद राम रहीम के समर्थकों ने खुलकर मनमानी की। हालांकि अब हालत नियंत्रण में हैं। हालात को संभालने के लिए एक साथ हरियाणा-पंजाब के कई जिलों में कर्फ्यू लगाना पड़ा। मामले की गंभीरता इस बात से समझी जा सकती है कि सेना को मौके पर उतारना पड़ा। हरियाणा से उठी आग की लपटों में ना केवल पंजाब जला बल्कि इसकी लपटें दिल्ली और राजस्थान तक भी पहुंची।
समर्थकों को काबू में करने के लिए सुरक्षा बलों द्वारा की गई गोलीबारी में 30 लोगों की मौत हो गई। इसमें 250 से ज्यादा लोग घायल हो गए हैं। शिष्या के यौन शोषण के मामले में पंचकूला की CBI कोर्ट द्वारा दोषी करार देने के बाद हरियाणा, पंजाब, राजस्थान, दिल्ली और यूपी के कई इलाकों में हिंसा हुई। पंजाब और हरियाणा में इमरजेंसी जैसे हालात है। बाबा राम रहीम के समर्थकों ने पंचकूला के आयकर भवन में आग लगा दी। वहीं भीड़ ने कई गाड़ियां भी फूंक दी है।