नई दिल्ली: सिरसा के पास डेरा सच्चा सौदा में आज लगातार तीसरे दिन भी जांच जारी है। जांच अभियान में आज भी हजारों की संख्या में सुरक्षाकर्मी और स्थानीय प्रशासन लगा है। मुख्यालय के आसपास बसे हुए गांवों में कर्फ्यू लगा हुआ है। डेरा के कुछ पूर्व अनुयायियों ने बताया कि अभी तक तलाशी में कुछ खास बरामद नहीं हुआ है। उन्होंने आरोप लगाया कि ऐसा हो सकता है कि डेरा प्रबंधन ने सबूतों के साथ छेड़छाड़ की है। (प्रद्युमन हत्याकांड: नहीं होगी रेयान स्कूल की मान्यता रद्द, मालिक के खिलाफ FIR दर्ज)
तलाशी के दौरान उन्हें शनिवार को परिसर के अंदर दो खुफिया सुरंगें और अवैध विस्फोटक कारखानो का पता चला। डेरा परिसर में अस्पताल के कामकाज में विसंगतियों का पता चला है। यहां पर बिना लाइसेंस के स्किन क्लीनिक चलाया जा रहा था। गर्भावस्था जांच और अन्य संबंधित जांच में भी धोखाधड़ी का पता चला है। सूत्रों के मुताबिक, परिसर के अंदर मिली दो सुरंगों में से एक डेरा प्रमुख के शयनकक्ष 'गुफा' से जुड़ी हुई है। इस दौरान कुछ कंप्यूटर, लग्जरी एसयूवी और कुछ मुद्राएं भी जब्त की। जांचकर्ताओ को कई जूते भी मिले हैं। डिजाइनर कपड़े, रंग-बिरंगी टोपियां मिली।
पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय ने इस तलाशी अभियान के लिए जिला एवं सत्र न्यायाधीश ए.के.एस पवार को पूरी प्रक्रिया की निगरानी के लिए अदालत आयुक्त नियुक्त किया गया है और अब उन्हीं की निगरानी में तलाशी ली जा रही है। तलाशी की वीडियोग्राफी भी की जा रही है। जिला अधिकारियों का कहना है कि तलाशी अभियान से डेरा प्रमुख के कई रहस्यों से पर्दा उठ सकता है लेकिन डेरा प्रमुख की गतिविधियों का विरोध कर रहे लोगों का कहना है कि तलाशी अभियान में देरी कर दी गई है। ऐसा हो सकता है कि डेरा प्रबंधन ने राम रहीम को दोषी ठहराए जाने के कुछ दिनों के बाद से डेरा परिसर से हथियारों और अन्य अवैध चीजों को हटा दिया हो। डेरा मुख्यालय दो परिसरों में बंटा है। इनमें से एक परिसर 600 एकड़ में जबकि दूसरा 100 एकड़ में फैला है। डेरा परिसरों में एक स्टेडियम, अस्पताल, शैक्षणिक संस्तान लग्जरी रिजॉर्ट, बंगले और बाजार भी हैं।