चंडीगढ़। जेल में बंद डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह को पैरोल दिये जाने के मामले में सिरसा पुलिस ने अब तक अपनी रिपोर्ट जिलाधिकारी को नहीं सौंपी है। हालांकि, एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा है कि याचिका के गुण- दोष को देखते हुए यह रिपोर्ट तैयार की जाएगी ।
अधिकारियों ने बताया कि डेरा प्रमुख ने हरियाणा के सिरसा जिले में अपने खेतों में खेती करने के लिए एक महीने से अधिक की पैरोल मांगी है। डेरा प्रमुख अभी रोहतक के सुनारिया जेल में बंद है। गुरमीत राम रहीम सिंह बलात्कार के दो मामलों एवं एक पत्रकार की हत्या के सिलिसले में दोषी पाये जाने के बाद से जेल में बंद हैं।
राम रहीम के 42 दिन के पैरोल आवेदन के बाद जेल अधीक्षक ने सिरसा जिला प्रशासन को पत्र लिखा था। 18 जून को लिखे पत्र में अधिकारी ने यह पूछा है कि गुरमीत को पैरोल पर रिहा करना सुसंगत है अथवा नहीं। पत्र में जेल अधिकारी ने यह भी कहा है कि गुरमीत का चरित्र जेल में अच्छा है और उसने किसी भी नियम का उल्लंघन नहीं किया है। सिरसा जिला प्रशासन को इस संबंध में रोहतक संभाग के आयुक्त को एक रिपोर्ट सौंपने को कहा गया था।
सिरसा के पुलिस अधीक्षक अरुण सिंह ने सोमवार को बताया कि उन्होंने जिलाधिकारी को रिपोर्ट नहीं सौंपी है क्योंकि ऐसा किये जाने से पहले विभिन्न औपचारिकताओं को पूरा करना है । उन्होंने बताया, ‘‘पैरोल याचिका के गुण और दोष के आधार पर रिपोर्ट तैयार किया जाएगा । नियमित तौर पर हम पैरोल पर हर मामले में गुण दोष के आधार पर रिपोर्ट तैयार करते हैं ।’’ गौरतलब है कि अगस्त 2017 में डेरा प्रमुख को दो महिलाओं के साथ बलात्कार करने के आरोप में 20 साल के कारावास की सजा सुनाई गयी थी ।