नई दिल्ली। नोटबंदी के बावजूद चुनावों में कालेधन के इस्तेमाल में कमी नहीं आई है, हाल ही में मुख्य चुनाव आयुक्त के पद से रिटायर हुए ओ पी रावत ने यह आशंका जताई है। उन्होंने कहा कि ऐसा लगता है कि राजनीतिक दलों के पास पैसों को कोई कमी नहीं है, चुनाव के दौरान ज्यादातर इस्तेमाल होने वाला पैसा कालाधन होता है और इसपर किसी तरह की रोक नहीं लग पायी है।
उन्होंने कहा कि नोटबंदी के बाद ऐसा माना जा रहा था कि चुनाव के दौरान पैसे के गलत इस्तेमाल पर रोक लग जाएगी, लेकिन इस बार के चुनावों में पिछली बार की जगह ज्यादा पैसा जब्त हुआ है और जब्ती के पैसों के आंकड़ों के आधार पर कहा जा सकता है कि नोटबंदी से चुनाव के दौरान कालेधन के इस्तेमाल में कमी आई होगी।