मुंबई। कोरोना वायरस के नए वेरिएंट डेल्टा प्लस का खतरा बढ़ने लगा है। डेल्टा प्लस वेरिएंट की वजह से देश में 2 लोगों की जान चली गई है। पहली मौत मध्य प्रदेश के उज्जैन में हुई थी और अब दूसरी मौत महाराष्ट्र में हुई है। देश में डेल्टा प्लस वेरिएंट के ज्यादा मामले महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश में ही हैं। कोरोना वायरस के डेल्टा वेरिएंट की वजह से देश में दूसरी कोरोना लहर आई थी और ऐसी आशंका जताई जा रही है कि डेल्टा प्लस वेरिएंट की वजह से देश में कोरोना वायरस की तीसरी लहर आ सकती है।
हालांकि अभी तक देश में कोरोना के डेल्टा प्लस वेरिएंट के 41 मामले ही सामने आए हैं और इनमें अधिकतर यानि 21 केस महाराष्ट्र में है जबकि 6 केस मध्य प्रदेश में सामने आए हैं। महाराष्ट्र का रत्नागिरी जिला देश में डेल्टा प्लस वेरिएंट से फिलहाल सबसे ज्यादा प्रभावित है जहां पर अबतक 9 केस सामने आ चुके हैं जबकि जलगांव जिले में 7 केस हैं। महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने बताया कि राज्य में डेल्टा प्लस वेरिएंट को ध्यान में रखते हुए सावधानी बरती जा रही है, उन्होंने बताया कि जिस व्यक्ति की महाराष्ट्र में डेल्टा प्लस वेरिएंट की वजह से मौत हुई है वे कोमॉर्बिड थे।
महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश के अलावा केरल में डेल्टा प्लस वेरिएंट के 3 मामले सामने आए हैं और जम्मू-कश्मीर तता तमिलनाडु में भी 1-1 मामला दर्ज किया गया है। भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (ICMR) के वैज्ञानिक डॉ सुमित अग्रवाल के अनुसार कोरोना वायरस का डेल्टा प्लस वेरिएंट बहुत तेजी से फैलता है, उन्होंने बताया कि इस वेरिएंट से संक्रमित व्यक्ति के फेफड़ों को नुकसान पहुंचता है।
देश में अभी डेल्टा प्लस के जितने भी मामले कन्फर्म हुए हैं, वो सारे स्पेशल रैंडम चेकिंग के जरिए आए हैं. इसलिए देश में अभी डेल्टा प्लस के मरीज कितने हैं, ये कहना मुश्किल है। लेकिन आईसीएमआर का कहना है कि फिलहाल इससे डरने की जरूरत नहीं है। ICMR के मुताबिक डेल्टा प्लस वैरिएंट खतरनाक जरूर है, मगर संक्रमण में तेजी के लिए कई वजहें जिम्मेदार हो सकती हैं। भारत में अभी जो वैक्सीन उपलब्ध है, उनकी डेल्टा प्लस वैरियंट पर असर की टेस्टिंग चल रही है, डेल्टा प्लस वैरिएंट वैसे ही फैलता है जैसे दूसरे वैरिएंट फैलते हैं।