नई दिल्ली: तीन दिन तक दंगों की आग में जलने के बाद अब दिल्ली में शांति है। पिछले 24 घंटे में नॉर्थ-ईस्ट दिल्ली के किसी भी इलाके से हिंसा की कोई खबर नहीं है। हालांकि हिंसा में मरने वालों का आंकड़ा बढ़कर 34 हो गया है। पुलिस ने हिंसा मामले में 18 एफआईआर दर्ज की है और अबतक 106 लोगों को गिरफ्तार किया है। लोगों को भरोसा दिलाने के लिए पुलिस और पैरामिलिट्री फोर्सेज के जवान दिन-रात फ्लैग मार्च कर रहे हैं। यहां तक की एनएसए अजित डोवल भी लगातार दूसरे दिन हिंसा प्रभावित इलाकों में गए और लोगों से बात भी की। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी देर रात प्रभावितों से मुलाकात की।
वहीं केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भी हिंसा प्रभावित इलाके में हालात पर करीब से नजर रखे हुए हैं। आधिकारिक सूत्रों ने यह जानकारी दी। उत्तर-पूर्वी दिल्ली में हिंसा भड़कने के बाद शाह ने सोमवार दोपहर अपने आवास पर एक उच्च स्तरीय बैठक बुलायी और इसमें केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला, खुफिया ब्यूरो (आईबी) के निदेशक अरविंद कुमार, दिल्ली पुलिस आयुक्त अमूल्य पटनायक और अन्य वरिष्ठ अधिकारी शामिल थे। सूत्रों ने बताया कि तीन घंटे से ज्यादा समय तक चली बैठक में शाह को हालात के बारे में अवगत कराया गया और उन्होंने दिल्ली पुलिस को हिंसा पर नियंत्रण के लिए कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए।
मंगलवार को शाह ने गृह मंत्रालय के अधिकारियों के साथ सुबह नौ बजे समीक्षा बैठक की और दोपहर में उन्होंने राजधानी में कानून और व्यवस्था की स्थिति पर मुख्य राजनीतिक दलों के नेताओं और दिल्ली के अधिकारियों से मुलाकात की। केंद्रीय गृह मंत्री ने सभी दलों से अपने सांसदों, विधायकों, पार्षदों और पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को प्रभावित इलाके में भेजकर आम लोगों के बीच बने डर का माहौल और अफवाहों को दूर करने की अपील की।
हालात के आकलन के लिए शाह ने नार्थ ब्लॉक के अपने कार्यालय में गृह सचिव और आईबी के निदेशक के साथ एक और बैठक की। सूत्रों ने बताया कि शाम में शाह ने वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी एस एन श्रीवास्तव को दिल्ली में विशेष आयुक्त नियुक्त करने की प्रक्रिया शुरू की। शाम साढे छह बजे शाह ने गृह सचिव, आईबी के निदेशक, उप एनएसए, दिल्ली पुलिस आयुक्त, श्रीवास्तव और अन्य अधिकारियों के साथ बैठक की।
सूत्रों के मुताबिक, इस बैठक के बाद भी गृह मंत्री रात में दो बजे तक हालात की समीक्षा करते रहे और पुलिस को जरुरी निर्देश दिए। बुधवार को शाह ने फिर से हालात की समीक्षा की और गृह मंत्रालय तथा दिल्ली पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ संपर्क में रहे। एनएसए अजित डोवल ने हिंसा प्रभावित इलाके का दौरा करने के बाद मौजूदा स्थिति से उन्हें अवगत कराया। उत्तर पूर्वी दिल्ली में भड़की हिंसा में कम से कम 34 लोगों की मौत हो चुकी है और 200 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं।