नई दिल्ली: दिल्ली यूनिवर्सिटी में दाखिले की दौड़, पहली कट-ऑफ आने के बाद से ही शुरू हो चूकी है। ऐसे में छात्रों को दाखिला करवाने के लिए रोज़ इससे जूड़ी परेशानियों का भी सामना करना पड़ता है। बुधवार को एसी ही एक और परेशानी का सामना छात्रों को करना पड़ा, दहअसल बात तब की है जब दौलत राम कॉलेज की कट ऑफ में नाम आने के बाद भी छात्रों को दाखिला नहीं दिया गया।
दाखिला न मिलने से छात्रों और उनके अभिभावकों में काफी गुस्सा भर गया, जिसके कारण उन्होनें कॉलेज में ही हंगामा करना शुरू कर दिया। अभिभावकों के साथ मिल कर एबीवीपी के कार्यकर्ताओं ने वहां जमकर विरोध किया और गमलों की तोड़-फोड़ भी कर दी। बाद में पुलिस के दखल देने से मामला शांत हुआ। (26/11 हमले की फंडिंग में 'पाक' समेत इन देशों का है हाथ!)
हंगामे के बाद कॉलेज प्रशासन द्वारा उन छात्रों को दाखिला देने की बात पर सहमति दिखाई जो पहले ही आवेदन फॉर्म भर चुकें हैं। मौके पर मौजुद लोगों का कहना है कि एक छात्रा तो दाखिला न मिलने की खबर सुनते ही बेहोश हो गई थी, जिसे फिर बाद में अस्पताल ले जाया गया था।
सुत्रों के हवाले से बताया जा रहा है कि डीयू के वरिष्ठ अधिकारियों का कहना है कि कट ऑफ में नाम आने वाली छात्राओं को दाखिला दिया जाएगा जबकि वहीं एडमिश्न कन्वीनर प्रीती कपूर का कहना है कि जिन छात्राओं ने मंगलवार को आवेदन फॉर्म भर दिया था वह केवल उन्हें ही दाखिला देंगे। इस घटना से हम शर्मिंदा हैं। (भारत का संचार उपग्रह GSAT-17 फ्रेंच गुयाना से सफलतापूर्वक लॉन्च)
उन्होंने यह भी बताया कि छात्राएं उन कोर्सों की मांग कर रही हैं जिनमे पहले से ही पांच गुना ज़्यादा दाखिले हो चुके हैं। इन कोर्सों में बीए प्रोग्राम से लेकर हिस्ट्री और पॉल सांइस जैसे विषय भी शामिल हैं। पिछले वर्षों के मुकाबले इस वर्ष इन विषयों की कट ऑफ में 2% की अधिकता की गई है। छात्र संघ के अध्यक्ष अमित तंवर ने इसका विरोध जताया, हालांकि उनके इस विरोध प्रदर्शन के खिलाफ प्राचार्य डॉं. सविता राय ने शिकायत दर्ज करवायी है।
तो वहीं अभिभावकों ने विरोध जताते हुए अपनी परेशानियां भी सामने रखीं। इनमें से कई तो दूर से आए हुए छात्र भी हैं जिन्हें कट ऑफ में नाम आने के बाद भी केवल कॉ़लेज प्रशासन की लापरवाही की वजह से परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। (एक कॉल पर पहुंचा 80 से ज्यादा कैट्स एंबुलेंस, कर्मचारी हैरान)