नई दिल्ली: दिल्ली की राजीव चौक स्थित मशहूर जनपथ मार्केट में अभी भी सन्नाटा पसरा हुआ है, क्योंकि देश-विदेश से आने वाले पर्यटक जो इस मार्केट में शॉपिंग करने आया करते थे, अनलॉक का दूसरा चरण शुरू होने के बाद भी नदारद हैं। इस समय इस मार्केट में गिनी-चुनी दुकानें ही खुली हुई हैं। मार्केट में कस्टमर्स न होने की वजह से अन्य दुकानदार भी अपनी दुकानें नहीं खोल रहे हैं। इस मार्केट एसोसिएशन (जनपथ ट्रेडर्स एसोसिएशन) के जॉइंट सेक्रेटरी दीपक गुप्ता ने बताया, "ये मार्केट टूरिस्ट बेस्ड है और जिस तरह के यहां ग्राहक आते हैं, वो नदारद हैं। इस मार्केट में करीब 80 से 90 दुकाने हैं, जिनमें से फिलहाल 15 से 20 ही खुल रही हैं। फिलहाल ग्राहकों के नहीं आने से 90 फीसदी तक नुकसान हो रहा है।"
उन्होंने बताया, "इस मार्केट में कस्टमर्स को सबसे ज्यादा फायदा इस बात का है कि एक तो यहां अच्छा सामान मिलता है, दूसरा कि वे चलते-चलते शॉपिंग कर सकते हैं, क्योंकि सारी दुकानें एक लाइन से रोड के किनारे हैं। मार्च या अप्रैल 2021 तक यहां हालात सामान्य हो सकते हैं। फिलहाल हमें कोई उम्मीद नहीं कि बाजार में रौनक हो।" जनपथ मार्केट की ये दुकानें एनडीएमसी के अंतर्गत आती हैं, जिसके लिए एनडीएमसी इन दुकानों से किराया भी वसूलती है। ये सभी दुकानें इम्पीरियल होटल से राजीव चौक की रेडलाइट के बीच सड़क के एक छोर पर बनी हुई हैं।
दरअसल, दुकानदारों का ये भी कहना है कि कई फिल्म सितारे इस मार्केट में आते हैं। यहां फिल्मों की शूटिंग भी होती है, तो उनका स्टाफ भी यहां से शॉपिंग करता है, जिस वजह से इस मार्केट की रौनक बनी रहती है। जनपथ मार्केट में हैंडीक्राफ्ट, गारमेंट्स और एसेसेरीज की दुकानें व कैफे वगैरह एक कतार में मौजूद हैं।
मेट्रो के बंद होने से भी इस मार्केट पर खासा प्रभाव पड़ा है, क्योंकि मेट्रो से उतरकर लोग इस मार्केट का नजारा जरूर करते थे और ये बाजार राजीव चौक के बिल्कुल नजदीक भी है, जिस कारण यहां हमेशा चहल-पहल बनी रहती थी। लेकिन फिलहाल यहां एक दम सन्नाटा पसरा हुआ है।
जून में यहां के एक दुकानदार की कोरोना संक्रमण के कारण मौत हुई थी। इस वजह से अन्य दुकानदारों में भी डर बना हुआ है। आशंका से घिरे कई दुकानदार अभी भी दुकान नहीं खोल रहे हैं।