नयी दिल्ली: दिल्ली में डीटीसी के अनुबंधित कर्मियों, ऑटो टैक्सियों तथा पेट्रोल पंपों की हड़ताल की वजह से सोमवार को लोगों को अपने गंतव्यों पर पहुंचने के लिए भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। दिल्ली परिवहन निगम (डीटीसी) के कर्मी समान वेतन और वेतन में कटौती को वापस लेने जबकि पेट्रोल पंप वाले पेट्रोल-डीजल पर वैट को कम नहीं करने के विरोध पर हड़ताल पर हैं। वहीं ऑटो टैक्सी वाले कैबों की वजह से अपने रोजगार पर पड़ रहे असर को लेकर हड़ताल पर थे।
डीटीसी के मुख्यालय पर अनुबंधित कर्मचारियों के एक संगठन ने प्रदर्शन किया। उनकी मांग है कि समान तनख्वाह दी जाए और वेतन में कटौती के आदेश को वापस लिया जाए।इस तरह की भी रिपोर्टें हैं कि कुछ कर्मचारियों ने डिपों पर बस सेवाओं को बाधित करने की भी कोशिश की। डीटीसी के एक अधिकारी ने बताया कि कई कर्मचारियों ने बसें चलाने में रूकावट डालने की कोशिश की। संबंधित क्षेत्रीय और डिपो प्रबंधकों से ऐसे कर्मचारियों की पहचान करने और उनके खिलाफ उचित कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए है। अनुबंधित कर्मचारियों के नेताओं ने दावा किया कि हड़ताल की वजह से करीब 50 प्रतिशत बसें नहीं चल सकीं।
डीटीसी कॉन्ट्रेक्चल एम्प्लॉई यूनियन के अध्यक्ष मनोज शर्मा ने बताया कि हड़ताल बेमियादी तौर पर जारी रहेगी तथा और कर्मचारी इसमें शामिल होंगे। आज, करीब 50 प्रतिशत बसें सड़कों पर नहीं उतरीं। इस वजह से बसें खचा-खच भरी रहीं और आग में घी का काम कुछ टैक्सी यूनियनों और पेट्रोल पंप संघ की हड़ताल के आह्वान ने किया।संयुक्त संघर्ष समिति से संबंद्ध टैक्सी और ऑटों संघ सोमवार को दिल्ली सरकार की परिवहन विरोध नीतियों और कैब की वजह से उनके रोजगार पर पड़ते असर को लेकर हड़ताल पर गए थे। ऑल इंडिया टूर एडं ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष और संयुक्त मंच के संयोजक इंद्रजीत सिंह ने कहा, ‘‘ यह हड़ताल हमारी शिकायतों का निदान करने में सरकार की विफलता को लेकर हमारी नाराजगी जाहिर करती है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ऑटो और टैक्सी चालक सरकार की गलत परिवहन नीतियों और कैब समूहों द्वारा यात्रियों को कम किराए की पेशकश करने की वजह से अपना रोजगार गवां रहे हैं।’’ दिल्ली पेट्रोल डीलर्स एसोसिएशन (डीपीडीए) द्वारा हड़ताल के आह्वान पर शहर में पेट्रोल पंप और सीएनजी स्टेशनों के बंद रहने से स्थिति और खराब हुई। दिल्ली सरकार के वैट घटाने के इनकार के खिलाफ शहर में 400 से ज्यादा पेट्रोल पंप और उनसे जुड़े सीएनजी स्टेशन एक दिन की हड़ताल पर रहे।