नई दिल्ली। दिल्ली सरकार ने राजधानी के स्कूलों को प्रदूषण की वजह से 5 नवंबर तक बंद रखने के आदेश दिए हैं। लेकिन अब सोशल मीडिया पर दिल्ली सरकार के आदेश का एक और पत्र वायरल हो रहा है, जिसमें ये दावा किया गया है कि प्रदूषण को देखते हुए स्कूलों और कॉलेजों की छुट्टी 8 नवंबर तक बढ़ा दी गई है।
सोशल मीडिया पर कुछ लोग इस पत्र को सही, तो कुछ फेक बता रहे हैं, ऐसे में अभिभावक कन्फयूज नजर आ रहे हैं। इस कन्फयूजन को देख खुद डिप्टी सीएम ने ट्वीट कर सही जानकारी दी। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि सोशल मीडिया पर 8 नवंबर तक छुट्टी को लेकर जो पत्र वायरल हो रहा है, वो फेक है। स्कूल सिर्फ 5 नवंबर तक ही बंद रहेंगे।
गाजियाबाद, नोएडा और ग्रेटर नोएडा के स्कूल भी 5 नवंबर तक बंद
प्रदूषण की वजह से गाजियाबाद, नोएडा और ग्रेटर नोएडा के स्कूल चार नवंबर और पांच नवंबर को भी बंद रहेंगे। अधिकारियों ने रविवार को बताया कि आदेश 12वीं कक्षाओं तक के स्कूलों पर लागू होगा। गौतमबुद्ध नगर और गाजियाबाद प्रशासन ने कहा कि यह फैसला दीवाली के बाद से वातावरण में पीएम10 और पीएम 2.5 के बढ़े स्तर और उसकी वजह से खराब हुई हवा की गुणवत्ता की वजह से लिया गया है।
गौतमबुद्ध नगर के जिलाधिकारी बीएन सिंह ने लिखित आदेश में कहा, ‘‘बच्चों को स्कूल ले जाने में इस्तेमाल होने वाले वाहनों से बड़ी मात्रा में पीएम 2.5 और पीएम10 का उत्सर्जन होता है तथा ऐसे वाहनों के परिचालन से स्थिति और खराब होगी। इसलिए गौतमबुद्ध नगर जिले में 12वीं कक्षा तक के सभी स्कूलों को चार नवंबर और पांच नवंबर को भी बंद रखने का फैसला किया गया है।’’
गौरतलब है कि उच्चतम न्यायालय की ओर से अधिकृत पैनल ने गंभीर हालात से निपटने के लिए शुक्रवार को दिल्ली-राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में जन स्वास्थ्य आपातकाल की घोषणा करते हुए सभी निर्माण कार्यों और पटाखा जलाने पर रोक लगा दी थी।