नयी दिल्ली: राष्ट्रीय राजधानी में यमुना नदी पर बहुप्रतीक्षित सिग्नेचर ब्रिज 5 नवंबर से आम जनता के लिए खुल जायेगा। शुक्रवार को दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने इसका निरीक्षण किया। दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल 4 नवंबर को ब्रिज का उद्घाटन करेंगे और यह पांच नवंबर को जनता के लिए खुल जायेगा।
इस परियोजना के पूरा होने से उत्तरी और उत्तरपूर्वी दिल्ली के बीच यात्रा का समय कम हो जायेगा। दिल्लीवासी इस ब्रिज के ऊपर से शहर के विस्तृत मनोरम दृश्य का आनंद भी ले सकेंगे। इसके लिए चार लिफ्ट लगायी गयी हैं जिनकी कुल क्षमता 50 लोगों को ले जाने की है। अधिकारी ने बताया कि लिफ्ट का आगामी दो महीने में परिचालन शुरू हो जायेगा।
उन्होंने बताया कि यह ब्रिज 154 मीटर ऊंचे ग्लास बॉक्स के साथ पर्यटक स्थल के रूप में कार्य करेगा जो पर्यटकों को शहर का ‘बर्ड्स-आई व्यू’ प्रदान करेगा। सिसोदिया ने निरीक्षण के दौरान संवाददाताओं से बातचीत करते हुए कहा कि यह ब्रिज एक पर्यटक स्थल होगा।
सिग्नेचर ब्रिज का प्रस्ताव 2004 में प्रस्तुत किया गया था जिसे 2007 में दिल्ली मंत्रिपरिषद की मंजूरी मिली थी। शुरूआत में अक्टूबर 2010 में दिल्ली में आयोजित होने वाले राष्ट्रमंडल खेलों के पहले 1131 करोड़ रूपये की संशोधित लागत में पूर्ण होना था। इस परियोजना की लागत 2015 में बढ़कर 1,594 करोड़ रूपये हो गयी। खबरों के मुताबिक जब पहली दफा इस ब्रिज को 1997 में प्रस्तावित किया गया था तब इसकी लागत 464 करोड़ रूपये आंकी गयी थी। यह ब्रिज वर्तमान में वजीराबाद पुल के वाहनों के बोझ को साझा करेगा।