नयी दिल्ली: बारिश का प्रभाव कम होते ही दिल्ली में प्रदूषण का स्तर बुधवार को फिर बढ़ने लगा जिससे वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) ‘खराब’ श्रेणी में पहुंच गया है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के आंकड़ों के मुताबिक महानगर में समग्र वायु गुणवत्ता सूचकांक 218 रहा। 100 से 200 के बीच एक्यूआई ‘मध्यम’ श्रेणी में आता है, 201 से 300 के बीच ‘खराब’ श्रेणी में माना जाता है, 301 और 400 के बीच ‘बेहद खराब’ माना जाता है जबकि 401 और 500 के बीच ‘गंभीर’ श्रेणी में आता है।
महानगर में मंगलवार को भारी बारिश के बाद दिल्ली की वायु गुणवत्ता में काफी सुधार आया और पिछले वर्ष अक्टूबर के बाद पहली बार ‘संतोषजनक’ श्रेणी में रिकॉर्ड किया गया। सीपीसीबी ने कहा कि दिल्ली में बुधवार को 27 इलाकों में वायु गुणवत्ता ‘खराब’ रही जबकि तीन इलाकों में यह ‘मध्यम’ श्रेणी में रही।
इसने कहा कि राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र, नोएडा, फरीदाबाद, गाजियाबाद, गुड़गांव और ग्रेटर नोएडा में वायु गुणवत्ता ‘खराब’ श्रेणी में दर्ज किया गया। इसने बताया कि दिल्ली में संपूर्ण पीएम 2.5 स्तर 101 था जबकि पीएम 10 का स्तर 154 था। अधिकारियों ने बताया कि बारिश का असर कम होते ही प्रदूषण का स्तर फिर बढ़ना शुरू हो गया है। अगले तीन दिनों तक यह ‘मध्यम’ से ‘खराब’ श्रेणी के बीच रहेगा। वायु गुणवत्ता और मौसम पूर्वानुमान प्रणाली (सफर) ने कहा कि संपूर्ण वायु गुणवत्ता में अब कमी आने की संभावना है।