दिल्ली के वीवीआईपी इलाके रायसीना हिल्स पर हुए हिट-एन-रन केस जितना ख़ौफ़नाक था, उतनी ही मुश्किल थी इस केस की तफ्तीश। कैसे एक काले रंग की बेहद तेजरफ्तार क्रेटा कार ने 30 जून की सुबह साढ़े पांच बजे इस स्कूटी सवार को जोरदार टक्कर मारकर मौत के घाट उतार दिया। टक्कर मारते ही क्रेटा कार का चालक मौके से फरार हो गया। तफ्तीश के दौरान इस हादसे में मारे गए शख्स की पहचान फ्री चर्च में रह रहे धीरज कुमार के रूप में हुईं। शुरुआत में धीरज के परिवार वाले इस हत्या करार दे रहे थे, साथ ही सीसीटीवी में कैद हुई ये तस्वीरें भी उसी ओर इशारा कर रही थीं।
इस मामले की पेचीदगी को देखते हुए सबसे पहले पुलिस के लिए जरूरी था, सीसीटीवी की तस्वीरों में दिख रही इस काले रंग की क्रेटा कार तक पहुंचना। पुलिस के मुताबिक, सुराग के नाम पर घटनास्थल से दिल्ली पुलिस के हाथ लगा था कार के टूटे हुए मड-फ्लैप का ये हिस्सा और उस पर चिपका ये बारकोड।लिहाजा, पुलिस के लिए ये मामला भूसे से सुई तलाशने की तरह था। पुलिस इस बारकोड और टूटे हुए मड-फ्लैप को लेकर हुंडई कंपनी के पास पहुंची, क्योंकि घटना की तस्वीरो से साफ था कि धीरज को टक्कर मारने वाली कार काले रंग की क्रेटा है। कंपनी में बारकोड से पता चला कि साल 2018 मार्च के बाद इस बारकोड की 23 हजार काले रंग की हुंडई कार बेची गयीं हैं। सिर्फ एनसीआर में ही उनमे से करीब साढ़े 2667 कार इस बारकोड के साथ सड़क पर दौड़ रही हैं। जिनकी लिस्ट पुलिस के हाथ लगी। लिहाजा, पुलिस के लिए इस हजारों कारों में से आरोपी की कार को तलाशना काफी मुश्किल था।
दिल्ली पुलिस की कई टीम इस बारकोड वाली कारो की लिस्ट लेकर दिल्ली-एनसीआर के 26 शोरूम पहुंची। वहां जाकर पुलिस के कार मालिकों की डिटेल्स को खंगालना शुरू कर दिया। वहीं दूरी तरह घटना के बाद काले रंग की ये क्रेटा कार जिन-जिन रास्तों से गुजरी उनकी 100 से ज्यादा सीसीटीवी फुटेज के जरिये फॉरेंसिक टीम कार के नंबर को तलाशने की कोशिश कर रही थी। कार की रफ्तार काफी तेज होने के कारण और रात होने की वजह से फरेंसिक टीम को भी कार का नंबर निकलने में काफी दिक्कत हो रही थी।
अभी पुलिस टीमें पूरे एनसीआर में काले रंग की क्रेटा कार मालिकों के घर जा-जाकर मालिकों की वेरिफिकेशन कर ही रही थी, कि तभी फॉरेंसिक टीम से पता चला कि कार की नंबर प्लेट पर शुरुआती अक्षर डीएल और आखिर में 6 है। जिसके बाद पुलिस का काम थोड़ा आसान हो गया। अब पुलिस को पता चला कि दिल्ली में मौजूद इस बारकोड के साथ 313 काले रंग की क्रेटा कार में से 21 ऐसी हैं जिनके आखिर में 6 है।
पुलिस कुछ कारों की छानबीन करने के बाद पटेल नगर में एक एफएम चैनल के रेडियो जॉकी अंकित गुलाटी के घर जा पहुंची, जिसकी कार घर से गायब थी। लिहाजा, पुलिस ने जब अंकित की कॉल डिटेल और लोकेश चेक की तो घटना वाली रात उसकी लोकेशन रायसीना हिलस पर ही थी। सख्ती से पूछताछ के बाद अंकित टूट गया और उसने अपना गुनाह कबूल कर लिया। बाद में पुलिस ने अंकित की निशानदेही पर उसकी ये क्रेटा कार भी बरामद कर ली।
पुलिस की पूछताछ में आरजे अंकित ने बताया कि वो नेहरू प्लेस में एक होटल से पार्टी कर उस रात नई दिल्ली जिले के दूसरे फाइव स्टार होटल में पार्टी करने जा रहा था। उसने मोबाइल पर गूगल एप लगाया हुआ था। गलत मोड़ लेते के बाद वो गूगल मैप देखने के लिए मोबाइल उठाने लगा तो उसका ध्यान सड़क से हट गया और कार ने सीधे स्कूटी सवार धीरज को टक्कर मार दी। जिस्के बाद सबूत मिटाने के लिए अंकित ने गाड़ी की सर्विस स्टेशन में मरम्मत भी करवा दी। बाद में पुलिस के हाथ अंकित गुलाटी की उस रात की पार्टी की वीडियो क्लिप भी लग गयी, अब पुलिस जानने की कोशिश कर रही है कि घटना वाली रात अंकित शराब के नशे में तो नहीं था।