रविवार को प्रदूषण के रिकॉर्ड तोड़ने के बाद सोमवार को भी दिल्ली में प्रदूषण का स्तर खतरनाक स्तर पर बना हुआ है। जहरीली हवाओं ने दिल्ली को बीमार कर दिया है, राजधानी का प्रदूषण जानलेवा बन चुका है। पानी सिर से ऊपर जाने के बाद एजेंसियां एक्टिव हुई हैं। खुद पीएमओ ने कमान संभाली है। पीएमओ अब ''मिशन साफ हवा'' में जुट गया है। वहीं सुप्रीम कोर्ट आज पर्यावरण प्रदूषण रोकथाम और नियंत्रण प्राधिकरण यानी EPCA की रिपोर्ट पर सुनवाई करेगा। इसके अलावा दूसरे राज्यों में पराली जलाने से बढ़ने वाले प्रदूषण पर भी सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होगी।
पीएमओ के मुख्य सचिव पी के मिश्रा ने रविवार शाम को पंजाब, हरियाणा और दिल्ली के मुख्य सचिवों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग की। करीब आधे घंटे तक चली बैठक में वन और पर्यावरण मंत्रालय के सचिव सीके मिश्रा भी मौजूद थे। ये तय हुआ है कि दिल्ली का प्रदूषण कम करने के लिए तीन सौ टीमें मैदान में उतरेंगी। इन टीमों के पास जरूरी मशीन और उपकरण होंगे। 7 इंडस्ट्रियल जोन और दिल्ली एनसीआर के अहम ट्रैफिक कॉरिडोर पर खास निगरानी की जाएगी।
पीएमओ ने पंजाब और हरियाणा सरकार को पराली जलाने वालों से सख्ती से पेश आने को कहा है। ये भी तय किया गया है कि पराली की समस्या को कैबिनेट सेक्रट्री रोजाना मॉनिटर करेंगे। पंजाब और हरियाणा की ओर से लगातार केंद्र को आश्वासन दिया जाता रहा है कि सभी व्यवस्थाएं दुरुस्त हैं लेकिन दीवाली के बाद के तीन दिनों में पिछले साल के मुकाबले पराली जलाने की घटनाओं में लगभग 20 फीसदी की बढ़ोत्तरी हुई। जिससे दिल्ली की हवा जहरीली हो गई और दिल्ली प्राण वायु के लिए कराहने लगी।
दिवाली के बाद से दिल्ली की हवा हुई खराब
- 28 अक्टूबर को दिल्ली का औसत एयर क्वालिटी इंडेक्स 368 था जो 29 अक्टूबर को बढ़कर 400 हो गया.।
- 30 अक्टूबर को हालात और बिगड़े जब दिल्ली का औसत एयर क्वालिटी इंडेक्स 419 जा पहुंचा जबकि 31 अक्टूबर को ये 410 रिकॉर्ड किया गया
- 1 नवंबर को दिल्ली पर फिर कहर टूटा और ये कांटा 484 में पहुंच गया जबकि 2 नवंबर को थोड़ी राहत के बाद औसत AQI 407 रिकॉर्ड हुआ.
- लेकिन 3 नवंबर को फिर कहर टूटा और एयर क्वालिटी इंडेक्स 494 में पहुंच गया
- 3 नवंबर को एक वक्त तो एयर क्वालिटी इंडेक्स 1000 के पार पहुंच चुका था
दिल्ली एनसीआर के स्कूल बंद
प्रदूषण की वजह से लोगों को आंखों में जलन गले में खराश, सांस लेने में दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। खराब हवा का सबसे ज्यादा असर बच्चों पर पड़ा है। गंभीर हालत को देखते हुए दिल्ली एनसीआर के स्कूल बंद कर दिए गए हैं। दिल्ली समेत नोएडा, गाजियाबाद, फरीदाबाद, गुड़गांव के सभी निजी और सरकारी स्कूल 4 और 5 नवंबर को बंद रहेंगे।